मौनी अमावस्या की रात संगम पर मची भगदड़ के बारे में जांच कर रही न्यायिक आयोग ने लोगों से जानकारी मांगी है। अगर भदगड़ के समय आपने जो देखा, उसे बताना चाहते हैं तो अपनी जानकारी और शपथ पत्र 10 दिन के अंदर न्यायिक आयोग के लखनऊ में जनपथ मार्केट स्थित सचिवालय के कमरा नंबर 108, ई-मेल mahakumbhcommission@gmail.com और फोन नंबर 0522-2613568 पर दे सकते हैं। बता दें कि महाकुंभ भगदड़ की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम बनाई गई है। टीम ने घटना वाली जगह का मौका मुआयना भी किया था। ATS की रडार पर 10 हजार संदिग्ध
प्रयागराज में महाकुंभ भगदड़ की जांच अब साजिश की ओर मुड़ रही है। यूपी और केंद्र सरकार की एजेंसियां इसे हादसा नहीं, साजिश मानकर जांच कर रही हैं। यूपी में NIA, ATS, STF और LIU के रडार पर 10 हजार से ज्यादा लोग हैं। सबसे ज्यादा CAA और NRC के प्रदर्शनकारी हैं। इनमें से कई का मूवमेंट महाकुंभ में मिला है। जांच में ऐसे गैर हिंदू हैं, जिनके सोशल मीडिया अकाउंट पर महाकुंभ को लेकर नेगेटिव कमेंट किए गए। या फिर उन्होंने गूगल और यूट्यूब पर महाकुंभ को बहुत ज्यादा सर्च किया है। इनकी भूमिका की भी जांच ATS और STF कर रही हैं। 18 जेलों में कैद PFI सदस्यों से भी पूछताछ हो रही है।