महाकुंभ 2025 के दौरान मिर्जापुर और भदोही से होकर प्रयागराज जाने वाले प्रमुख मार्गों पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मण्डलायुक्त डॉ. मुथुकुमार स्वामी बी ने अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में तैयारियों का जायजा लेते हुए मण्डलायुक्त ने जरूरी दिशा-निर्देश दिए। बैठक में इन अधिकारियों ने लिया हिस्सा बैठक में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, पुलिस अधीक्षक अभिनंदन, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सी.एल. वर्मा, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजीव कुमार समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। वहीं, उप पुलिस महानिरीक्षक आर.पी. सिंह, भदोही के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया। 10 लाख श्रद्धालुओं की उम्मीद, सुविधाओं का होगा विस्तार मण्डलायुक्त ने बताया कि महाकुंभ के दौरान विन्ध्याचल धाम होते हुए लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसको ध्यान में रखते हुए पर्याप्त रैन बसेरा, शौचालय, पेयजल, प्रकाश और मेडिकल सुविधाओं की तैयारी के निर्देश दिए गए। प्रमुख मंदिरों और स्नान स्थलों पर पुलिस और मजिस्ट्रेट की तैनाती के साथ अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। यात्रियों के लिए विशेष व्यवस्था भीड़ के समय यात्रियों की सुविधा के लिए मिर्जापुर और भदोही में वाहनों को रोकने के लिए होर्डिंग क्षेत्रों की पहचान करने और पार्किंग सुविधा विकसित करने का निर्देश दिया गया। ऐसे स्थलों पर खाने-पीने की दुकानों, सर्दी से बचाव के लिए अलाव, पेयजल और महिलाओं के लिए अलग व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया। मेडिकल सुविधाओं पर विशेष ध्यान प्राचार्य मेडिकल कॉलेज को इमरजेंसी के लिए 40 अतिरिक्त बेड तैयार रखने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को बेहतर स्थिति में रखने के लिए कहा गया। मंदिर और रेलवे स्टेशन पर होगी विशेष व्यवस्था विन्ध्याचल मंदिर में दर्शन और स्नान की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए क्षेत्र को सेक्टर और जोनल में बांटकर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। डग्गामार वाहनों पर सख्ती के साथ रोडवेज और निजी बसों के लिए उपयुक्त स्टैंड बनाए जाएंगे। रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के ठहराव, अतिरिक्त टिकट काउंटर, प्लेटफार्म पर भीड़ प्रबंधन, फुटओवर ब्रिज और अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। नवरात्र मेले से बेहतर व्यवस्था का लक्ष्य मण्डलायुक्त ने कहा कि नवरात्र मेले के अनुभव को ध्यान में रखते हुए महाकुंभ में उससे भी बेहतर व्यवस्था की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।