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मुजफ्फरनगर में बी-टेक की छात्रा से रेप:कॉलेज छोड़ने के बहाने लिफ्ट दी, फिर खेत में ले जाकर की दरिंदगी

मुजफ्फरनगर में कॉलेज से घर लौट रही छात्रा के साथ रेप का मामला सामने आया है। बस स्टैंड पर पीड़िता को गांव के ही युवक ने लिफ्ट देने के बहाने अपनी बाइक पर बैठा लिया। वहां से वह उसे जंगल की तरफ लेकर चला गया। पीड़िता के अनुसार, वहां पहले से मौजूद उसके 3 अन्य साथी भी मौजूद थे। किसी तरह घर पहुंचकर छात्रा ने घर वालों को पूरी घटना बताई। इसके बाद शनिवार देर रात परिजनों ने थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। छात्रा बोली- मुझे इंसाफ चाहिए
पीड़ित छात्रा ने बताया- मैं शनिवार को कॉलेज से घर जा रही थी। हमारे बस स्टैंड पर बस नहीं रुकी, इसलिए मुझे कॉलेज के लिए देर होने लगी। इस पर मैं ऑटो का वेट करने लगी। तभी वहां हिमांशु नाम का लड़का मेरे पास आया। उसने मुझे लिफ्ट देते हुए कहा कि कॉलेज तक छोड़ देगा। जब मैं उसकी बाइक पर बैठ गई, तो वह मुझे खेत में ले गया। वहां उसके तीन दोस्त सागर, सिद्धार्थ और आदेश पहले से मौजूद थे। वहां हिमांशु ने मेरे साथ गलत काम किया। जबकि बाकी तीनों लड़के खेत के चारों तरफ निगरानी करते रहे। मैं अब थाने में न्याय की गुहार लेकर आई हूं, मुझे इंसाफ चाहिए। हम गरीब लोग हैं, मेरे पिता किसान हैं। 4 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता बीटेक की छात्रा है। आरोपी ने शनिवार दोपहर करीब दो बजे जब छात्रा को अपनी बाइक पर लिफ्ट देने के बहाने वारदात को अंजाम दिया। छात्रा के परिवार वाले उसे लेकर चरथावल थाने पहुंचे। उसके पिता ने चारों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। थाना प्रभारी राजेश धुनवत ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान शुरू किया है। हालांकि अभी सभी आरोपी फरार हैं। लड़की नाबालिग है, इसलिए पॉक्सो एक्ट लगाया गया है। ————————– ये खबर भी पढ़ें… गोरखपुर में मरीज खरीद रहा था प्राइवेट हॉस्पिटल, सील, अर्पित हॉस्पिटल के डायरेक्टर के पिता बोले-बेटे ने डॉक्टरी की पढ़ाई कब की, मुझे नहीं पता गोरखपुर में मरीज की खरीद-फरोख्त करने वाले अर्पित हॉस्पिटल को सील कर दिया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हॉस्पिटल को मानक के विपरीत पाया। हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन भी निरस्त कर दिया गया है। पंजीकरण सही था, लेकिन जिसके नाम पर हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन था, वह डॉक्टर नहीं मिला। शनिवार को जांच में सामने आया कि बिहार के डॉ. शाकिब सलीम ने एक लाख रुपए लेकर हॉस्पिटल पंजीकृत कराने के लिए अपनी डिग्री दी थी। वहीं हॉस्पिटल संचालक डॉ. प्रवीन के पास मिली रूस की डिग्री की भी पुलिस जांच कर रही है। यहां पढ़ें पूरी खबर

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