संतकबीरनगर। जिले का मेंहदावल विकासखंड अक्सर चर्चाओं में रहता है, और इस बार फिर यह स्थानांतरण के नाम पर धन उगाही के मामले में सुर्खियों में आया है। पहले रिश्वतखोरी के आरोप, फिर स्थानांतरण कराने के नाम पर पैसे लेने के मामले में यह विकासखंड बदनाम हो गया है। पिछले तीन महीनों में मेंहदावल विकासखंड में कई बार रिश्वतखोरी के आरोप सामने आए हैं। पहले फाइल स्वीकृत करने के नाम पर कमीशन लिया गया, फिर शौचालय के नाम पर पैसे लेकर अपात्रों को योजनाओं का लाभ दिया गया। सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट और रैंकिंग के नाम पर भी घोटालों के आरोप सामने आए। अब स्थानांतरण के नाम पर भी धन उगाही हो रही है, जिससे प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। भा.ज.पा. युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष ने खोला मोर्चा भा.ज.पा. युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष सर्वेश त्रिपाठी ने भी इस मामले में मोर्चा खोला था। उन्होंने आरोप लगाया कि विकासखंड में हर फाइल पर कमीशन तय है और हर टेबल पर रेट लगाया गया है। इसके बाद अधिकारियों ने जांच की थी और ऐसी शिकायतों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई के बावजूद नहीं सुधर रहे अधिकारी मेंहदावल विकासखंड के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) राजेश श्रीवास्तव अपनी तेज़ कार्यप्रणाली के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने हाल ही में इस मामले में कर्मचारियों को हिदायत दी थी कि किसी भी तरह की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बावजूद इसके, कर्मचारी अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। बीडीओ ने कहा कि अब यदि कोई लापरवाही सामने आई तो पहले ही चेतावनी दी जा चुकी है, और इसके बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।