कोरांव की रहने वाली अर्चना शुक्ला अपने पति की हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए आज सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलना चाहती थी। योगी के आने के पहले वह परिसर में बैठी थी ताकि उनके आते ही अपना व्यथा उनके सामने रख सके। लेकिन सीएम के आने के करीब 20 मिनट पहले उस पर पुलिस के लोगों की नजर पड़ गई और बिना किसी देरी के महिला उसके बच्चों को वहां से फौरन हटा दिया गया ताकि वह मुख्यमंत्री के सामने न पहुंच सके। जब तक मुख्यमंत्री एसआरएन अस्पताल में थे तब तक महिला व उसके बच्चे पुलिस के साथ रहे। रो-रोकर न्याय मांग रही महिला पीड़िता अर्चना ने बताया कि 26 नवंबर को पति की हत्या हो गई। पुलिस तीन लाेगों को तो गिरफ्तार कर ली लेकिन 2 मुख्य आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। पुलिस इस पर ध्यान नहीं दे रही है। रो-रोकर पति के लिए न्याय मांग रही है। वह अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल पहुंच गई थी। खुद और बच्चों के हाथों में तख्तियां थी जिस पर लिखा था “मेरे पति के हत्यारों को गिरफ्तार करो”। दैनिक भास्कर से पीड़िता ने कहा, उसके पति की हत्या के बाद वह अब सड़क पर आ गई। छोटे-छोटे बच्चों को लेकर वह कहां जाए? आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है।