महाकुंभ मेला क्षेत्र में बने 100 बेड के अस्थायी केंद्रीय अस्पताल में अचानक अफरा-तफरी और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। चारो तरफ से बचाओ-बचाओ, भागो-भागो की आवाज आने लगी। डॉक्टर समेत अन्य लोग बाहर की तरफ निकल करन भागते दिखे। करीब 5 मिनट बाद अग्निशमन विभाग की गाड़ी सायरन बजाते हुए पहुंचती है। टीम में शामिल कुछ लोग जमीन पर तड़प रहे लोगों को स्ट्रेचर पर उठाकर अस्पताल के लिए भागते हैं तो कुछ आग बुझाने में जुटे दिखे। ऐसी भगदड़ जैसी स्थित देख कुछ सहम गए लेकिन यह क्षण भर में ही यह समझ आ गया कि यह हकीकत नहीं बल्कि मॉकड्रिल चल रही है। लगातार चल रहा मॉकड्रिल लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी की अध्यक्षता में यह मॉकड्रिल किया गया। महाकुंभ मेला क्षेत्र, प्रयागराज जंक्शन, संगम स्टेशन, फाफामऊ समेत सेक्टर और संगम नोज, नागवासुकी क्षेत्र में भी मॉक ड्रिल किया गया। दरअसल, इस मॉकड्रिल का उद्देश्य है कि मेले में भीड़ में यदि कोई आपदा जैसी स्थिति आती है तो उससे आसानी से निबटा जा सके। इस कार्यक्रम में अमन शर्मा डिप्टी डायरेक्टर, रविंद शंकर मिश्रा सीएफओ महाकुंभ, प्रमोद शर्मा, डॉ.आरके पांडेय सीएफओ कमिश्नरेट आदि रहे।