उत्तर प्रदेश के सहकारी राज्य मंत्री जेपीएस राठौर ने सुल्तानपुर में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पहले बंद पड़ी 16 जिला सहकारी बैंकों में से 14 अब लाभ में आ गई हैं। मंत्री राठौर जिला सहकारी बैंक की 67वीं सामान्य निकाय बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। बैठक में अमेठी और सुल्तानपुर के करीब 600 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जेपीएस राठौर ने बताया कि पूर्व की सरकारों में सहकारी बैंक भ्रष्टाचार का केंद्र बन गए थे। इसके चलते रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 50 में से 16 बैंकों पर ताला लगा दिया था। सुल्तानपुर की बैंक भी इनमें शामिल थी। जिससे किसानों को अपना जमा धन नहीं मिल पा रहा था। यूरिया और डीएपी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही मुख्यमंत्री के निर्देश पर 2022 में सभी बंद बैंकों को फिर से शुरू किया गया। अब सुल्तानपुर में किसानों को मांग के अनुसार भुगतान किया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि इस वर्ष सभी जिला सहकारी बैंक लाभ में रहेंगे।उन्होंने बताया कि पहले 7500 साधन सहकारी समितियों में से केवल 1400-1500 ही चल रही थीं। अब 6700 समितियां सक्रिय हैं। अच्छी तरह काम कर रही हैं। किसानों को समय पर यूरिया और डीएपी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
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