प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरशोर से चल रही है। शहर को उसकी संस्कृति के अनुरूप संवारा जा रहा तो दूसरी तरफ सार्वजनिक स्थानों को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया जा रहा। इस समय 25 हजार से अधिक लोग ई-बस और सिटी बस से यात्रा कर रहे हैं। शहरी क्षेत्र में 10 हजार से अधिक यात्री इलेक्ट्रिक बस से सफर कर रहे हैं। वाराणसी विकास प्राधिकरण और नगर निगम शहर में यूरोपियन कंट्री की तर्ज पर बस स्टॉपेज पॉइंट्स पर हाईटेक बस शेल्टर बनाने जा रहा है। प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में आठ स्थानों का चयन किया गया है। बस स्टॉपेज पर यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधा – बस स्टॉपेज पॉइंट्स पर बने शेल्टर में यात्रियों को मोबाइल चार्जिंग, टू व्हीलर चार्जिंग पॉइंट की सुविधा होगी। – शेल्टर में डिस्प्ले होगा जिससे उस रूट पर चलने वाली बसों की करेंट लोकेशन की जानकारी प्रदर्शित होगी। – बुजुर्गों के लिए बेंच की व्यवस्था प्रथम चरण में यहां बनेंगे हाईटेक शेल्टर नगर निगम और वीडीए के संयुक्त प्रोजेक्ट के तहत जेपी मेहता इंटर कालेज के समीप, चौकाघाट लकड़ी मंडी के पास, लंका, रविन्द्रपुरी, कैंट बस स्टेशन, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पास हाईटेक शेल्टर बनाने की तैयारी है। दूसरे चरण में सिटी बसों के शेल्टर वाराणसी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग और नगर निगम अक्षय वर्मा के साथ संयुक्त टीम ने स्थलीय निरीक्षण के बाद तय किया कि दूसरे चरण में सिटी बसों के स्टॉपेज पॉइंट्स के शेल्टर को हाईटेक बनाएंगे। नगर निगम भूमि उपलब्ध कराएगा, वीडीए बस स्टॉपेज शेल्टर तैयार करेगा। बस शेल्टर पर लगने वाली होर्डिंग, विज्ञापन से होने वाली कमाई दोनों विभाग शेयर करेगा।