राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही देश और दुनिया से भक्त राम नगरी पहुंच रहे है। इसमें कुछ लोग अपने प्रण को पूरा होने पर आ रहे है, तो कुछ भक्त इस ऐतिहासिक काल के साक्षी बनने आ रहे है। ऐसे ही क्षण के गवाह बनने के लिए वृंदावन के सुप्रसिद्ध कथावाचक रविनंदन शास्त्री रामनगरी में है, जो जानकी कुंज स्थित राम हर्षण कुंज में भक्तों को श्री राम कथा सुना रहे है। दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान शास्त्री ने कहा “जल्द ही भगवान कृष्ण भी अपने दिव्य और भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। यह भी क्षण जल्द ही देखने को मिलेगा।” रविनंदन शास्त्री ने कहा “500 वर्षों के बाद जिस मंदिर में भगवान के दिव्य स्वरूप के दर्शन के लिए हमारी 15 पीढ़ियां खप गई, अब हमें इसका सौभाग्य मिल रहा है। भगवान के दर्शन करने का जो आनंद है, उसका वर्णन नहीं किया जा सकता है। यह हर्ष का विषय है।” राम लला के बाद कृष्ण लला भी आने मंदिर में होंगे विराजमान रविनंदन शास्त्री ने कहा “राम लला के बाद अब कृष्ण लला भी बहुत जल्द अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। देर है अंधेर नहीं है। मुगलों ने जो बर्बरता मुगल आक्रांताओं ने हमारे सनातन धर्म पर बरताई थी, अब उसका समापन होने का दिन आ गया है। समातन समाज अब धीरे–धीरे जागृत होकर अपने समाज अधिकारों को लेकर ही रहेगा।” मुगलों ने मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें बनाई शास्त्री ने कहा “मुस्लिम समाज को आज मनाना होगा कि बाबर और औरंगजेब ने हमारी मंदिरों को तोड़कर ही मस्जिदें बनाई है। दुनिया में एक भी ऐसा स्थान, मदिर, गुरुद्वारा नहीं मिलेगा जो मस्जिदे तोड़कर बनाई है, यह दुभाग्य रहा है कि जिसती भी मस्जिदें बनाई गई है, वह हिंदुओं के धार्मिंक स्थलों को तोड़कर बनाई गई है,मुस्लिम समाज को अब इस सत्य को स्वीकार करते हुए सभी धार्मिक स्थलों को खुशी–खुशी वापस कर देना चाहिए। क्योंकि यह उनके पूर्वजों की धरोहर है, इसलिए उसे सहज ही वापस कर देना चाहिए। जो गर्भ का विषय है। संभल में बाबर को पता था कि यहां कल्कि भगवान अवतार लेने वाले है, इसलिए वहां पर कब्जा कर लिया था, अव वापस कर देना चाहिए। पाकिस्तान और बांग्लादेश के विभाजन के बाद भारत में वक्त बोर्ड साजिश रविनंदन शास्त्री ने कहा “भारत पाकिस्तान और बांग्लादेश के बंटवारे के बाद भारत में वक्त बोर्ड की आवश्यकता क्यों पड़ी, यह एक राजनीतिक महत्वाकाक्षा के लिए थी, वोट पाने का जरिया बनाया गया, जो सरासर गलत है। भारत में इसका कोई स्थान नहीं है, दुनिया के किसी भी मुस्लिम राष्ट्र में वक्त बोर्ड नहीं है। ऐसे भारत में भी इसे खत्म देना चाहिए, और इसकी संपत्ति के जनता को सौंप देना चाहिए। बांग्लादेश से सभी संबंधों को तत्काल कराना चाहिए समाप्त रविनंदन शास्त्री ने एक सवाल का जबाब देते हुए कहा “बांग्लादेश में हिंदुओं पर जो हो रहा है, वह अमानवीय है, यह घोर निंदनीय है। भारत सरकार को बांग्लादेश के तत्काल सभी संबंधों को खत्म कर देना चाहिए, व्यापार को बंद कर देना चाहिए। यह एक साजिश के तहत भारत को उकसाने का प्रयास है। गुरुकुल शिक्षा से ही देश बनेगा विश्व गुरु रविनंदन शास्त्री ने बताया “देश में कान्वेंट शिक्षा लागू करते सनातक धर्म को कमजोर करने षड्यंत्र है। अब समय आ गया है, कि देश में गुरुकुल शिक्षा के पुनर्स्थापना का, गीता और धर्म ग्रंथ के अध्ययन से ही भारत विश्व गुरु बनेगा।