लखनऊ के गोमतीनगर स्थित डीएलएफ माई पैड में दस दिवसीय गांधी शिल्प बाजार का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को इसका उद्घाटन उप मुख्य मंत्री बृजेश पाठक ने किया। यह प्रदर्शनी वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में उत्तर प्रदेश राज्य कृषि एवं ग्रामीण विकास निगम लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री ने वस्त्र मंत्रालय तथा निगम के इस प्रयास की सराहना की और हस्तशिल्पियों को सरकार की योजनाओं का लाभ लेने तथा आगे और अधिक प्रगति करने के लिए प्रेरित किया। 100 स्टाल वाली इस प्रदर्शनी में पूरे देश से आये हुए हस्तशिल्पियों द्वारा अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसमें बिहार की प्रसिद्ध मधुबनी पेटिंग, विश्व प्रसिद्ध बनारसी साडियां, जरी जरदौजी, मुरादाबाद के पीतल के बने सामान, पश्चिम बंगाल की शितल पाटी, आसाम के केन व बांस के उत्पादों के साथ ही साथ बुन्देलखण्ड क्षेत्र के हस्तशिल्पियों तथा स्थानीय हस्तशिल्प उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। शिल्प बाजार का प्रमुख आकर्षण बुन्देलखण्ड क्षेत्र के पारम्परिक हस्तशिल्प कलाओं जैसे झांसी की चितेरी पेन्टिंग, चित्रकूट के लकड़ी के खिलौने, बांदा के विश्वप्रसिद्ध सजर पत्थर, हमीर पुर के नागरा जूते, ललितपुर की चन्देरी साडियां, महोबा के गौरहारी पत्थर की मूर्तियां, काल्पी जनपद जालौन के कारपेट व हैण्डमेड पेपर है। इस मौके पर विधान परिषद सदस्य रामचन्द्र सिंह प्रधान, वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक हस्त शिल्प वी पी ठाकुर, निगम के सभापति नवलेश प्रताप सिंह, भाजपा अवध क्षेत्र के पदाधिकारी मनीष शुक्ल, नोडल अधिकारी आर आलम, वरिष्ठ सहायक निदेशक अब्दुल्लाह, वसीउल अब्बास, जाहिद रजा, संतोष चौहान, अली अब्बास, अभिषेक सिंह, नबील सिद्दीकी, नसीर रिजवी, जुलकरनैन अंसारी, संजय कुमार, सोनू मौर्या, निकिता सिह ठाकुर, पूजा बुन्देला, अभिनव जैन, धर्मेन्द्र सहित वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार तथा निगम के कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।