लखनऊ के बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा। नए कुलपति प्रोफेसर एसके द्विवेदी के चार्ज लेने के बाद भी अश्वनी कुमार सिंह रजिस्ट्रार के पद पर काबिज होते नहीं दिख रहे हैं। शुक्रवार को हुआ ये घटनाक्रम शुक्रवार को अश्वनी कुमार सिंह की तरफ से लेटर जारी कर ये कहा गया कि रजिस्टर के पद का चार्ज उन्होंने ले लिया है। साथ ही सभी विभागीय फाइलों को उनकी टेबल पर मार्क करने की बात भी कही गई। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी लेटर के जरिए जारी की गई। नए कुलपति ने आदेश किया खारिज इस बीच कुलपति प्रो. एसके द्विवेदी की तरफ से शुक्रवार शाम को इस आदेश को खारिज करते हुए नया लेटर जारी किया गया। जिसमें कहा गया कि हाईकोर्ट के निर्णय पर कम्पीटेंट अथॉरिटी विचार कर रही। ऐसे में इससे जुड़ा कोई अन्य आदेश बिना कम्पीटेंट अथॉरिटी के अप्रूवल से जारी किया गया नल और वॉयड माना जाएगा होगा यानी खारिज किया जाता है।