लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक में लॉकर काट कर करोड़ों की चोरी के मामले में पुलिस कर्मियों को नोटिस दिया गया है। पुलिसकर्मियों पर डकैतों से सोना बरामदगी में गड़बड़ी करने का आरोप है। नोटिस जारी कर कहा गया है कि सभी अपने बयान दर्ज करा दें। अपना पक्ष समय से नहीं रखने पर माना जाएगा कि वह आरोपों को स्वीकार करते हैं। सोना बरामदगी में गड़बड़ी के आरोपों को चलते गुडवर्क टीम में शामिल 13 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर जांच शुरू कर दी गई थी। अब तक 10 लोगों ने अपने बयान दर्ज नहीं कराए हैं। तीन ही सिपाहियों ने दर्ज कराए हैं बयान लाइन हाजिर किए गए 13 पुलिसकर्मियों में तीन ने अपने बयान दर्ज कराए। एडीसीपी पूर्वी पंकज सिंह ने बताया कि पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जल्द ही रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बयान दर्ज कराने वाले विमल, पुरुषोत्तम और महिला सिपाही शिल्पी ने आरोपों को नकार दिया है। इन पर चोरी के 17 किलो सोना और 60 लाख रुपए गबन का आरोप है। इसके चलते गुडवर्क टीम में शामिल 13 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया था। साथ ही पूरे मामले की जांच एडीसीपी पूर्वी को सौंपी गई थी। बैंक में सेंध लगाकर काटे थे 42 लॉकर बदमाश विपिन ने अपने साथियों के साथ मिलकर बैंक की दीवार में सेंध लगाकर 42 लॉकर काटे थे। पुलिस ने उसके दो साथी सोविंद और सन्नी दयाल को मुठभेड़ में मार गिराया था। अन्य चार साथी अरविंद कुमार, बलराम कुमार, मिथुन और कैलाश बिंद को गिरफ्तार कर लखनऊ जेल भेज दिया था।