लखनऊ हिंदी संस्थान में ‘कभीकवि’ द्वारा पुस्तक विमोचन और काव्य पाठ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के आयोजक अनिल सुरेश मिश्रा ने बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य है कि हिंदी कविताओं को बढ़ावा दिया जाए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय कवि प्रियांशु गजेंद्र शामिल हुए। विशिष्ट अतिथि के रूप में नोएडा के कवि विनोद पांडे , वाराणसी की विभा शुक्ला ने हिस्सा लिया। अनिल सुरेश मिश्रा ने बताया ‘काव्याक्षरी’ पुस्तक का विमोचन हुआ। संस्था के द्वारा नवोदित कवियों को प्रोत्साहित करने और मंच प्रदान करने का कार्य किया जाता है। संस्था के द्वारा देश-विदेश के कवियों से उनकी लेखनी मंगाई जाती है। उसमें से टॉप 100 रचनाएं चुनी जाती हैं। उनके लेखकों को सम्मानित किया जाता है। टॉप 100 से टॉप 10 रचनाएं चुनी जाती है इनके कवियों को नगद राशि पुरस्कार और मंच पर पढ़ने का अवसर दिया जाता है। ‘कवियों को सम्मानित किया गया’ अनिल मिश्रा ने बताया कार्यक्रम में टॉप 10 कवियों ने अपनी कविता प्रस्तुत किया। इसके बाद इन्हें कवि प्रियांशु गजेंद्र , कवि विनोद पांडे और कवित्री विभा शुक्ला के द्वारा सम्मानित किया गया। अनिल ने कहा कि कविता की दुनिया में नवअंकुरों ने आज बेहद शानदार कविताएं सुनाई। हमारा पूरा प्रयास है कि नए कवियों को सम्मान और मंच दे जिससे इस क्षेत्र में और बेहतर प्रदर्शन करें। ‘साहित्यकार दिशा दिखाते हैं’ अनिल मिश्रा ने कहा कि साहित्य हमारे समाज का पांचवा स्तंभ है। साहित्यकार समाज के चारों स्तंभ को संदेश देने का काम करते हैं। समाज और समय की आवश्यकता के अनुसार राजनेताओं संवैधानिक पद पर बैठे हुए लोगों को उनके दायित्वों का अहसास करवाते हैं। आवश्यकता पड़ने पर साहित्यकार प्रधानमंत्री से लेकर तमाम राजनेताओं का आलोचना भी करते हैं।