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लखनऊ में चंद्रिका देवी मंदिर की रोड का होगा चौड़ीकरण:10 किलोमीटर में 25 करोड़ आएगा खर्च; एक साल में पूरा होगा काम

लखनऊ बख्शी का तालाब स्थित चंद्रिका देवी मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। सड़क पतली होने के कारण उन्हें अक्सर जाम से जूझना पड़ता है। 20 मिनट का रास्ता पार करने में घंटों लग जाता है। इसको देखते हुए पीडब्ल्यूडी सड़क को दो गुना चौड़ा करने जा रहा है। इसके निर्माण में 25 करोड़ का खर्च आएगा। ये धर्मार्थ कार्य विभाग देगा। अभी तीन मीटर है सड़क, 7 मीटर की जाएगी
इटौंजा से चंद्रिका देवी मंदिर तक की सड़क अभी तीन मीटर की है। इस रास्ते पर सुबह शाम भारी वाहन भी चलते हैं। इसके साथ ही नवरात्रि और अमावस्या के मौके पर श्रद्धालुओं का भार बढ़ जाता है। अभी तक इस सड़क की चौड़ाई तीन मीटर की है। दो लेन की सड़क है। ट्रैफिक ज्यादा होने पर अक्सर जाम लग जाता है। पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों के मुताबिक सड़क को 3 मीटर से चौड़ा करते हुए 7 मीटर की चार लेन बनाई जाएगी। कई मंदिरों का हुआ था सर्वे
धर्मार्थ विभाग ने पीडब्ल्यूडी इंजीनियरों से ऐसी सड़कों की जानकारी मांगी थी जहां धार्मिक स्थल हो, श्रद्धालुओं संख्या ज़्यादा हो और सड़क पतली हो। विभाग के अफसर और इंजीनियरों ने शहर की कई मंदिरों का सर्वे भी किया था। सर्वे के दौरान धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या देखी गई। इस दौरान चंद्रिका देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या 5 लाख से ज्यादा होने के साथ-साथ रास्ता भी पतला था। जिसके बाद इसके चौड़ीकरण का प्रस्ताव बनाया गया। अधिशासी अभियंता सतेंद्र नाथ ने बताया कि धर्मार्थ विभाग को सड़क चौड़ा करने का प्रस्ताव भेजा गया था। जोकि पास हो गया हैं। जल्द ही इसका काम शुरू किया जाएगा। त्रेता युग से है मंदिर का इतिहास
बख्शी का तालाब स्थित चंद्रिका देवी मंदिर स्थापित सिद्धपीठ हैं। मान्यता है कि त्रेता युग में लक्ष्मण के पुत्र चंद्रकेतु अश्वमेध यज्ञ के अश्व को लेकर आदि गंगा गोमती नदी के तट पर कटक बासा (कठवारा) के घनघोर जंगल में आराम करने के लिए ठहरे थे। उसी समय अमावस्या की आधी रात में उन्हें डर लगने लगा तब उन्होंने अपनी मां उर्मिला द्वारा बताए गए मंत्रों से देवी मां का उच्चारण करने लगे। तभी जंगल में चंद्रघंटा छा गई और और चंद्रकेतु का भय दूर हो गया। इसी स्थान पर मां की स्थापना हो गई। अमावस्या के अवसर पर मेला लगने का इतिहास ढाई सौ साल से अधिक पुराना है।

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