लखनऊ के कुर्मांचल नगर स्थित मोहन सिंह बिष्ट सभागार में रामकथा पर आधारित लोकगायन और लोकनृत्य का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम आरोही वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा आयोजित था। इस कार्यक्रम का निर्देशन अध्यक्ष संतोष शिप्रा चंद्रा और सचिव मोना चंद्रा ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से किया। कार्यक्रम में शिप्रा चंद्रा ने श्रीराम के जन्मोत्सव से विवाहोत्सव तक के पारंपरिक गीत और भजनों की प्रस्तुति दी। उन्होंने ‘जन्में अवध रघुरैया’, ‘राजा दशरथ जी के घरवा आज जन्में लालनवा’ और ‘रामचंद्र दूल्हा बने’ जैसे भजनों से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। इसके अलावा हरितिमा पंत, मंजुल रायजादा, शुभम रावत, और अमित मोहन श्रीवास्तव ने अपनी गायकी से कार्यक्रम में चार चांद लगाए। नृत्य और वाद्य यंत्रों ने बढ़ाई शोभा
नृत्य प्रस्तुति में नेहा, प्रियांशी, स्वाति, नीतू, और ऐश्वर्य चंद्रा ने अपनी शानदार कला का प्रदर्शन किया। वाद्ययंत्र पर आशीष (कीबोर्ड), रजत (ढोलक), और अभिषेक (ऑक्टोपैड) ने संगत दी। दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण श्रीराम दरबार की नृत्य नाटिका रही। कलाकार विराट ने रामलला, कार्तिक ने सिंदूरी हनुमान, आयुष ने राम, राज ने लक्ष्मण, और राखी ने सीता का चरित्र निभाकर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष संतोष शिप्रा चंद्रा ने परंपरा और संस्कृति को सहेजने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में सभी अतिथियों, कलाकारों और दर्शकों का आभार व्यक्त किया।