लखनऊ में गोमती नगर स्थित ब्रह्माकुमारीज केंद्र में नव वर्ष के अवसर पर ‘वाह जिंदगी वाह’ नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को जीवन को एक नई दृष्टि से देखने की प्रेरणा देना था। राजयोगिनी स्वर्णलता बहन ने कार्यक्रम के दौरान कहा- नव वर्ष को खास बनाने के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि जीवन को नई सोच और समझ के साथ देखने से हर दिन खास बन सकता है। राजयोग आत्मा की जागृत करने का साधन स्वर्णलता बहन ने राजयोग को आत्मा की दिव्यता और आंतरिक शक्ति को जागृत करने का साधन बताया। उन्होंने इसे सरल विधि बताते हुए कहा- राजयोग का अभ्यास हमें अपनी सोच बदलने और दूसरों की सोच में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करता है। ये लोग शामिल हुए कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित अतिथि शामिल हुए। इनमें रमणी पूर्व मुख्य सचिव, गिरीश चंद्र चौबे शिक्षा विभाग, मनोज गोयल ,अविनाश डायरेक्टर जनरल, टेक्निकल एजुकेशन और एम.के अग्रवाल स्टेलियन होंडा प्रमुख थे।