लखनऊ के शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय ने बौद्धिक अक्षमता पर जागरूकता अभियान चलाया। यह कार्यक्रम विशेष शिक्षा संकाय के बौद्धिक अक्षमता विभाग द्वारा आयोजित किया गया। इसमें बीएड तृतीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस जागरूकता अभियान में छात्रों ने लखनऊ के सरकारी और गैर-सरकारी विद्यालयों, जिसमें पीएम श्री बेसिक विद्यालय खुशहालगंज, लक्ष्मी नारायण विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय और जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय में जाकर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को बौद्धिक अक्षमता के बारे में जानकारी दी। समाज की भूमिका पर चर्चा अभियान के दौरान ‘आओ समझें और अपनाएं’ शीर्षक से एक नाटक किया गया। इसमें बताया गया कि बौद्धिक अक्षमता एक ऐसी स्थिति है, जिसमें व्यक्ति का बौद्धिक स्तर सामान्य से कम होता है। इस नाटक ने इसके कारण, निवारण और समाज की भूमिका के बारे में जानकारी दी। मंदबुद्धि कहना गलत छात्रों ने समझाया कि बौद्धिक अक्षमता वाले व्यक्तियों को पागल या मंदबुद्धि कहना गलत है। विशेष प्रशिक्षण और सहयोग से इन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। खेल-कूद, व्यवसायिक प्रशिक्षण और अन्य गतिविधियों में भागीदारी इन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ती है। कार्यक्रम में सौम्या मिश्रा, मरियम, यूसुफ, प्रशांत और सचिन ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। अन्य छात्रों में सुनील, हरिनाम, अंकित, विजय, लक्ष्मण, तन्नू, बविता, सुमन, भूपेंद्र, रिया, ऐश, सोनम और कीर्ति ने जागरूकता फैलाने में योगदान दिया। अभियान का संचालन विभागाध्यक्ष डॉ. कौशल शर्मा के निर्देशन में किया गया।