साइबर क्राइम वर्तमान और भविष्य के लिए बहुत बड़ी समस्या है। इस समस्या का बड़ा समाधान है केवल जागरूकता, जब हम जागरूक होंगे तब उनके जाल में फंसने की संभावना कम होगी। यह विचार एडीजी साइबर क्राइम वीके सिंह ने गुरुवार को लखनऊ के AKTU में व्यक्त किए। वे विश्वविद्यालय में आयोजित साइबर सेफ्टी एंड सिक्योरिटी अवेयरनेस वीक के उदघाटन अवसर पर बोल रहे थे। कार्यक्रम मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, उत्तर प्रदेश पुलिस, सीडेक और AKTU के सहयोग से शुरू हुआ। इस जागरूकता वीक का उदघाटन करते हुए एडीजी वीके सिंह ने कहा- तकनीकी क्रांति हर दिन कुछ नया बदलाव कर रही है। उन्होंने कहा- जब हम किसी लालच और भय में नहीं रहेंगे। तब इससे बच सकते हैं। उन्होंने छात्रों से इस नई समस्या से निपटने के लिए जिम्मेदारी उठाने की अपील की। 24 दिसंबर तक चलने वाले इस जागरूकता कार्यक्रम में करीब 50 छात्रों को साइबर सुरक्षा के मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार किया जाएगा। इन छात्रों को विशेषज्ञ साइबर क्राइम के विभिन्न आयामों का प्रशिक्षण देंगे। साइबर क्राइम के शिकार हो रहे पढ़े लिखे कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए AKTU के कुलपति जेपी पांडेय ने रियल टाइम अवेयरनेस पर जोर दिया। उन्होंने कहा- सबसे ज्यादा पढ़े लिखे लोग इसके शिकार हो रहे हैं। नई तकनीकी का प्रयोग करने में भारत दुनिया के शीर्ष देशों में शामिल है। इसलिए यहां खतरे भी ज्यादा हैं। AI से और भी आसान हुआ साइबर क्राइम पूर्व IPS डॉ.त्रिवेणी सिंह ने कहा- साइबर सुरक्षा को लेकर पूरी दुनिया चिंतित है। हर मिनट कोई न कोई इसका शिकार बन रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने के बाद तो साइबर क्राइम करना और भी आसान हो गया है। साइबर हाइजीन क्विज किया गया लांच कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने साइबर हाइजिन क्विज भी लांच किया। इस क्विज में प्रदेश का कोई भी नागरिक, छात्र हिस्सा ले सकते हैं। 24 दिसंबर तक चलने वाली इस क्विज में साइबर क्राइम से जुड़े सवाल होंंगे। परिणाम 26 दिसंबर को घोषित किया जाएगा। इसमें 25 विजेताओं को नकद ईनाम भी दिया जाएगा। जागरूकता के लिए निकाली रैली साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता रैली भी निकाली गयी। विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर मुख्य अतिथि एडीजी साइबर क्राइम वीके सिंह और कुलपति जेपी पाण्डेय ने हरी झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। रैली में शामिल 500 से अधिक छात्रों ने आस-पास के लोगों को बैनर के जरिए जागरूक किया।