गोमती नदी पर गुजरात की साबरमती नदी के तर्ज पर पेडीस्ट्रियन ब्रिज बनाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही टेंडरिंग की प्रक्रिया LDA की तरफ से पूरी की जाएगी। देश भर के आर्किटेक्ट से मिली डिजाइन के बाद 10 डिजाइन का चयन जूरी की तरफ से किया गया है। करीब 6 महीने के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू हो सकता है। ब्रिज को लखनऊ के पर्यटन में नए केंद्र के रूप में विकसित करने की तैयारी है। इसमें अवध की संस्कृति, हेरिटेज के साथ में आधुनिक तकनीक का समागम देखने को मिलेगा। इसमें रेस्टोरेंट के साथ ही मनोरंजन का विकल्प भी होगा। पहले देखें पेडीस्ट्रियन ब्रिज के लिए आई डिजाइन की थीम ADCP ऑफिस के पास बनेगा ब्रिज
ब्रिज के लिए LDA ने जगह का चयन कर लिया है। LDA के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि गोमती पर बनने वाला ब्रिज ADCP ऑफिस के पास में बनाया जाएगा। यह ब्रिज नदी के एक छोर को दूसरे से जोड़ेगा। ब्रिज की डिजाइन आकर्षक और अनूठी होगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण ने आर्किटेक्चर डिजाइन प्रतियोगिता आयोजित की थी, जिसमें दिल्ली, गोवा, बेंगलुरु, मुंबई समेत देश भर 24 दावेदार सामने आए थे। अब इसमें से 10 डिजाइन को चुना गया है। लखनऊ में पर्यटन को बढ़ाने और सभी लोगों की पसंद को ध्यान में रखते हुए ब्रिज का डिजाइन सिलेक्ट किया जाएगा। क्रूज का नजारा भी देख सकेंगे लोग
100 मीटर लंबा, 15 मीटर चौड़ा और 10 मीटर ऊंचा ब्रिज बनाया जाएगा। ब्रिज पर लोगों को पैदल टहलने और साइकिलिंग करने की सुविधा मिलेगी। यहां से गोमती नदी और उस पर चलते क्रूज का नजारा भी लोग देख सकेंगे। सबसे खास डिजाइन का चयन किया जाएगा। इसी आधार पर गोमती रिवर फ्रंट का पेडीस्ट्रियन ब्रिज आकार लेगा। पेडीस्ट्रियन ब्रिज पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। ब्रिज पर केवल पैदल यात्रा और साइकिलिंग की जा सकेगी। कुछ ऐसी डिजाइन आई हैं, जिनमें लोगों की सुविधा के लिए ब्रिज पर पेडीस्ट्रियन प्लाजा, व्यू प्वाइंट्स, डेक, मनोरंजन के स्थान, बैठने की व्यवस्था का प्रावधान किया गया है। इन्हें वरीयता देते हुए पेडीस्ट्रियन ब्रिज की डिजाइन का चयन किया जाएगा। 70 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हाेने का अनुमान
साबरमती के तट पर बने पेडीस्ट्रियन ब्रिज पर करीब 74 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। लखनऊ में बनने वाले ब्रिज में टेंडरिंग के बाद खर्च का एस्टीमेट सामने आएगा, हालांकि संभावना जताई जा रही है कि 70 करोड़ के आसपास पेडीस्ट्रियन ब्रिज का संभावित बजट होगा। टेंडरिंग हाेने के करीब 6 महीने के बाद इसका काम शुरू होने की संभावना है। गोमती गेटवे और देव सेतु की डिजाइन
डिजाइन के चयन के लिए प्राधिकरण की तरफ से 3 आर्किटेक्ट का चयन किया गया है। यह अंतिम डिजाइन का चयन करेंगे। उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि गोमती गेट-वे, कथक ब्रिज, देव सेतु, द नाॅट कनेक्टिंग, स्माइलिंग ब्रिज, नमस्ते ब्रिज, तरंग सेतु, जश्न-ए-पुल व हेरिटेज वॉक थीम की डिजाइन ने जूरी पैनल को आकर्षित किया।