लखनऊ में रविवार को क्वियर प्राइड वॉक का आयोजन किया गया। 10 राणा प्रताप मार्ग से 1090 चौराहे तक निकाली गई वॉक निकाली गई । इस वॉक में LGBTQ+ समुदाय के सदस्यों, सहयोगियों, कार्यकर्ताओं और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों ने भारी संख्या में हिस्सा लिया। इस वर्ष ये वॉक ‘विवाह समानता’ थीम पर निकाली गई। यादवेंद्र सिंह ने बताया कि इस वर्ष की प्राइड वॉक LGBTQ+ जोड़ों के लिए समान विवाह अधिकारों की लड़ाई पर केंद्रित थी । NALSA निर्णय (2014) और धारा 377 के अपराधीकरण को समाप्त करने की 2018 में महत्वपूर्ण कानूनी प्रगति के बावजूद, विवाह के अधिकार अभी भी क्वियर समुदाय की एक प्रमुख मांग बानी हुई है। हिस्सा लेने वाले लोगों ने कहा कि समान-लिंगी विवाह को कानूनी मान्यता देने, गोद लेने के अधिकार, और विवाह संबंधी सुविधाओं की सामान्य मांग जारी है । यादवेंद्र सिंह ने कहा कि हमने जो प्रगति की है, उसका हम जश्न मनाते हैं। लेकिन सच्ची समानता की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। मोहब्बत का कोई लिंग नहीं होता हर जोड़े को विवाह करने, सम्मान और कानूनी सुरक्षा के साथ अपना जीवन जीने का अधिकार है।उन्होंने बताया कि वॉक में लोग हर्षोल्लास के साथ शामिल हुए। इसमें राजनीतिक, अभिव्यक्ति पर चर्चा हुई। नृत्य, संगीत, और प्रमुख क्वियर अधिकारों को लेकर कार्यकर्ताओं और कानूनी विशेषज्ञों ने संवाद किया । मानवाधिकार संगठनों ने विवाह समानता के लिए समर्थन दिया। इस वाक के माध्यम से हम लोग समाज को सशक्त बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
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