लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने समाज कार्य विभाग द्वारा आयोजित ‘बॉक्स ऑफ हैप्पीनेस’ सप्ताह का समापन किया। इस अवसर पर हैप्पीनेस वैन को हरी झंडी दिखाकर जरूरतमंद समुदायों के लिए रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि यह पहल विश्वविद्यालय के सामुदायिक उत्तरदायित्व को निभाने का एक प्रयास है। प्रो. राय ने बताया कि सर्दियों में जरूरतमंदों की सहायता के लिए गर्म कपड़े, बच्चों के लिए स्टेशनरी और अन्य आवश्यक सामग्रियां एकत्र की गईं। इन सामग्रियों को लखनऊ के स्लम और अन्य जरूरतमंद समुदायों में वितरित किया जाएगा। 2 दिसंबर से शुरू हुआ अभियान
यह अभियान 2 दिसंबर को शुरू हुआ था। समाज कार्य विभाग ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ और अभ्युदय गुल्लक पाठशाला फाउंडेशन के सहयोग से इस पहल की शुरुआत की। प्रो. राय ने अभ्युदय गुल्लक पाठशाला की संस्थापक सलोनी को ‘हैप्पीनेस बॉक्स’ दे कर बच्चों में गर्म कपड़े और स्टेशनरी को बताने का आग्रह किया। विश्वविद्यालय के शिक्षक और छात्र-छात्राएं इस अभियान में बढ़-चढ़कर शामिल हुए। उन्होंने स्वेच्छा से गर्म कपड़े, स्टेशनरी, कॉपियां और अन्य समान हैप्पीनेस बॉक्स में दान कीं। बढ़ती भागीदारी से 16 दिसंबर तक बढ़ाया गया
समाज कार्य विभागाध्यक्ष प्रो. राकेश द्विवेदी ने बताया कि 2 दिसंबर से 9 दिसंबर तक लखनऊ विश्वविद्यालय के मुख्य और न्यू कैंपस में 10 स्थानों पर हैप्पीनेस बॉक्स रखे गए थे। लोगों की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए इस अभियान को 16 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया। इसका उद्देश्य सर्दियों में बच्चों और समुदाय के लोगों को राहत पहुंचाना है। इन जगहों में बांटा गया
गुल्लक पाठशाला को चार शाखाओं – कपूरथला, पूरनिया, गोमती नगर और निशातगंज में बांटा गया। इस अभियान ने जरूरतमंद समुदायों में खुशी देखने को मिली ।