लखीमपुर खीरी के पढ़ुआ थाना क्षेत्र में एक बार फिर भेड़िए का आतंक लोगों में दहशत पैदा कर रहा है। गन्ने के खेतों में छिपे भेड़िए ने सोमवार को मल्लबेहड़ गांव के ग्रामीणों पर हमला कर दिया था, जिससे करीब एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद से ग्रामीणों में भय का माहौल है और वे अपने घरों के बाहर लाठी डंडा लेकर पहरा दे रहे हैं। गन्ने के खेत में भेड़िए का हमला घटना सोमवार की है, जब मल्लबेहड़ गांव के ग्रामीण गन्ने के खेतों में पशुओं के लिए चारा लेने गए थे। इसी दौरान गन्ने के खेत में छिपे भेड़िए ने अचानक हमला कर दिया। हमले में जगदीश, पुष्पा देवी, शिवरानी, बलराम, देवतादीन, देवकी, नेतराम, मूलेराम सहित करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। सभी घायलों को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। देखें हमले में घायल ग्रामीणों की 6 तस्वीरें… सहमे ग्रामीण घरों में कर रहे पहरेदारी हमले के बाद से ग्रामीणों में भय का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि भेड़िया अब कभी भी उनके घरों में घुस सकता है और बच्चों पर हमला कर सकता है। इसी कारण, वे हाथ में लाठी डंडा लेकर घरों की सुरक्षा कर रहे हैं। रात में वे जागकर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे। एक महीने पहले हुई थी मासूम बच्ची की मौत यह पहली बार नहीं है, जब भेड़िया ने ग्रामीणों पर हमला किया है। एक महीने पहले, पढ़ुआ थाना क्षेत्र के कुर्तेहा गांव में एक मासूम बच्ची को भेड़िया अपने घर से उठा ले गया था और बाद में उसका शव बरामद हुआ था। ग्रामीणों का मानना है कि यह हिंसक भेड़िया बहराइच के कर्तनिया जंगल से भटककर यहां आया है। इसके अलावा 7 दिसंबर 2024 को भी धौरहरा कोतवाली क्षेत्र के देवीपूरवा गांव में भेड़ियों का आतंक फैला हुआ था। तब भेड़िए ने कई पशुओं को अपना शिकार बनाया था। वन विभाग पर गंभीर आरोप ग्रामीणों ने वन विभाग पर भेड़िए को पकड़ने के लिए ठोस कदम न उठाए जाने का आरोप लगाया है। धौरहरा रेंजर निरपेंद्र चतुर्वेदी का कहना है कि भेड़िया आमतौर पर इस तरह हमला नहीं करता, यह सियार का हमला हो सकता है। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग ने भेड़िए को पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए और उनकी सुरक्षा को लेकर सरकार से मदद की मांग की है। ग्रामीणों की दर्दनाक कहानी घायलों ने बताया कि वे सभी अपने-अपने काम से खेतों में गए थे, जहां अचानक भेड़िए ने उन पर हमला कर दिया। बलराम ने बताया कि वह चारा लेने गए थे, तभी भेड़िए ने उन पर हमला किया। शिवरानी ने बताया कि वह अपनी बेटी के साथ खेत में चारा लेने गई थीं, जहां भेड़िए ने उन पर और उनकी बेटी पर हमला कर दिया। कर्तनिया जंगल से भटककर आए भेड़िए ग्रामीणों का कहना है कि ये भेड़िए बहराइच के कर्तनिया जंगल से भटककर यहां आए हैं। एक माह पूर्व कुर्तेहा गांव में एक मासूम बच्ची को भेड़िया उठा ले गया था और उसे मौत के घाट उतार दिया था। वन विभाग ने इस इलाके में पिंजरे भी लगाए थे, लेकिन शातिर भेड़िए वन कर्मियों को चकमा देकर अपना ठिकाना बदल सकते हैं। ———————————– ये भी पढ़ें… पुलिस की पिटाई से महिला की मौत का आरोप:लखीमपुर में शराब बनाने के आरोप में पकड़ा था, शाम को घर में गई जान लखीमपुर खीरी के फूलबेहड़ थाना क्षेत्र के खमरिया गांव में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया है। घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है और परिजन दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं। परिजनों के अनुसार, सोमवार सुबह पुलिस ने 40 वर्षीय सुरजाना (पत्नी पंकज) को अवैध शराब बनाते हुए पकड़ा था। उसे थाने ले जाया गया और शाम 4 बजे मुचलके पर रिहा कर दिया गया। लेकिन मंगलवार शाम करीब 7 बजे सुरजाना की घर पर मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर…