कानपुर में गुंडागर्दी की पराकाष्ठा पार करने वाली घटना हुई। घर में अकेली एक युवती के घर में जबरदस्ती तीन युवक घुस आए। उन्होंने युवती को जमीन पर पटककर अभद्रता करने का प्रयास किया। युवती ने किसी तरह अपनी इज्जत बचाई और बगल में रहने वाली अपनी आंटी के गेट पर पहुंचकर मदद मांगी। अन्य लोग इकट्ठा होने लगे। इस दौरान तीनों आरोपी धमकी देते हुए भाग निकले। रावतपुर गांव में रहने वाली पीड़िता ने बताया कि उसकी दादी अस्पताल में नौकरी करती हैं। 17 नवम्बर को उसकी दादी नाइट ड्यूटी के लिए अस्पताल निकल गई थी। रात लगभग साढ़े दस बजे उसी इमारत में किराए पर रहने वाले संग्राम, चंदन और मोनू पीड़िता के घर पहुंचे। दरवाजे पर लात मारकर घर में हो गए दाखिल पीड़िता के मुताबिक तीनों ने उसके घर के गेट पर लात मारी और घर में दाखिल हो गए। पीड़िता के मुताबिक, उसने युवकों का विरोध किया और कहा कि दादी घर पर नहीं है इसलिए वह लोग यहां से चले जाए। पीड़िता के मुताबिक आरोपियों ने उसका मुंह दबाकर नीचे गिरा दिया। पीड़िता के साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया। रास्ता रोका फिर भी किसी तरह बची पीड़िता पीड़िता के मुताबिक उसने विरोध करके बाहर जाने का प्रयास किया मगर एक आरोपी ने उसका रास्ता रोका मगर वह किसी तरह से इज्जत बचाकर घर से बाहर निकल गई और बगल में रहने वाली महिला जिसे वह आंटी कहती है उनके घर का गेट खटखटाया। चीख पुकार से अन्य लोग भी अपने कमरों से निकल आए। खुद को फंसता देख तीनों आरोपियों ने पीड़िता को धमकी दी और मौके से भाग निकले। इलाके के लोग है परेशान इलाके के सूत्रों के मुताबिक जिस इमारत में घटना हुई वह पांच खंड की है और उसमें पचास से ज्यादा कमरे बने हैं। इस मकान की एक महिला ही मालकिन है। इलाकाई लोगों के मुताबिक वह नशे की हालत में चूर रहती है और उसने कई अराजक तत्वों को वहां पर किराए पर कमरा दे रखा है। तीनों आरोपी भी अराजक तत्व हैं। एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय ने कहा कि युवती की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है। तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बाकी बिल्डिंग में जितने किराएदार है उनका सत्यापन भी कराया जाएगा।