वाराणसी में गोदौलिया चौराहे पर रोप-वे स्टेशन बनना है, इसके लिए सोमवार को दोपहर 12 बजे टीम बुलडोजर के साथ पहुंची। अवैध अतिक्रमण हटाना शुरू किया, तो दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इस दौरान कर्मियों की दुकानदारों और कारोबारियों में जमकर बहस हुई। कारोबारी आशीष जायसवाल का कहना है कि विकास प्राधिकरण से एक हफ्ते का समय मांगा था। जमीन से संबंधित दस्तावेज दिखाने के लिए। बिना दस्तावेज देखे अचानक उसकी जमीन पर बुलडोजर चलवा दिया। इसके बाद बुलडोजर के आगे खड़ा हो गया। इस वजह से कुछ देर के लिए बुलडोजर को रोकना पड़ा। कारोबारी की अधिकारियों से नोकझोंक
आशीष ने जिलाधिकारी और विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष को कॉल की। लेकिन, वार्ता की कोशिश नाकाम रही। टीम के अधिकारियों ने आशीष से कहा-‘जमीन के कागज दिखाओ’ आशीष ने कहा-‘हम कागज दिखा देंगे, अभी मत तोड़िए’ अधिकारियों ने कहा-‘काम तो नहीं रुकेगा’ इस पर आशीष ने कहा-‘आप बिना नोटिस दिए कैसे तोड़ सकते हैं’ आशीष बोलता रहा-कार्रवाई न की जाए
अधिकारियों से आशीष लगातार कहता रहा-कार्रवाई न की जाए। लेकिन, उसकी एक नहीं सुनी गई। इस दौरान एक युवक जब मोबाइल से वीडियो बना रहा था। विकास प्राधिकरण की टीम ने उसका फोन छीनने का प्रयास किया। आशीष का कहना था कि इस जमीन में उसके समेत कई हिस्सेदार हैं। इसलिए कागजात जुटाने में समय लग रहा है। एक तरफ से बंद कर दिया था रास्ता
पुलिस प्रशासन ने गोदौलिया से गिरजाघर चौराहे का रास्ता कार्रवाई के दौरान बंद कर दिया था। सोमवार के चलते इलाके में अत्यधिक भीड़ थी। रोप-वे के बारे में 3 पॉइंट में बताते हैं… 1) रोप-वे में कुल 150 केबल कार या ट्रॉलियां होंगी
पहले चरण में रोप-वे की लंबाई 3.8 किलोमीटर है। रोप-वे में कुल 150 केबल कार या ट्रॉलियां होंगी। सड़क से 164 फीट ऊंचाई पर दौड़ेगी। हर डेढ़ से दो मिनट पर यात्रियों के लिए ट्रॉली उपलब्ध रहेगी। एक केबल कार पर 10 पैसेंजर सवार होंगे। एक दिशा में एक घंटे में 3000 लोग यात्रा कर सकेंगे। यानी 6000 लोग दोनों दिशा से एक घंटे में आ-जा सकेंगे। रोप-वे का संचालन 16 घंटे होगा। भूमि अधिग्रहण, तार और पाइप शिफ्टिंग का काम तेजी से चल रहा है। 2) दुनिया के दो देश में अर्बन ट्रांसपोर्ट रोप-वे, वाराणसी तीसरा
इस रोप-वे का निर्माण स्विट्जरलैंड की कंपनी बर्थोलेट और नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (NHLPL) मिलकर करेंगी। NHLPL के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि भारत विश्व में तीसरा देश और वाराणसी भारत का पहला शहर होगा, जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे का इस्तेमाल किया जाएगा। अभी बोलीविया के लापाज और मेक्सिको में अर्बन ट्रांसपोर्ट के लिए रोप-वे का इस्तेमाल किया जा रहा है। 3) जंक्शन से गोदौलिया तक लगेंगे सिर्फ 17 मिनट
रोप-वे से कैंट जंक्शन से गोदौलिया तक जाने में महज 17 मिनट लगेंगे। अभी ऑटो रिक्शा या बाइक से जाने में भारी ट्रैफिक होता है। इस कारण करीब 45 मिनट लगते हैं। वाराणसी में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद करीब एक साल में 9 करोड़ भक्त पहुंचे हैं। यह संख्या बढ़ रही है। इसके अलावा, रोप-वे जिस इलाके से गुजरेगा वह शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में हैं। यानी, इसके रूट पर दशाश्वमेध घाट, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा घाट, बनारसी साड़ी मार्केट, जंगमबाड़ी मठ, दालमंडी, चौक, गिरजाघर, नई सड़क, लक्सा, रथयात्रा, सिगरा स्टेडियम, काशी विद्यापीठ और IP मॉल होंगे। ………………………….. ये खबर भी पढ़िए महाकुंभ पर DGP बोले- 7 लेयर में होगी सुरक्षा:सुरक्षा के लिए 200 करोड़ के उपकरण खरीदे, 45 दिनों में 40 से 50 करोड़ श्रद्धालु आएंगे DGP प्रशांत कुमार ने महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा- हम महाकुंभ आयोजन को सफल बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। कहीं किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए 7 लेयर में सुरक्षा व्यवस्था तैयार की है। महाकुंभ हमारे लिए अवसर है। करीब 200 करोड़ रुपए के सुरक्षा उपकरण खरीदे हैं। 45 दिनों में करीब 40 से 50 करोड़ लोग प्रयागराज आएंगे। छह तिथियां महत्वपूर्ण हैं, जिनमें 3 शाही स्नान के दिन हैं। पहली तिथि पौष पूर्णिमा 13 जनवरी की है। दूसरी मकर संक्रांति 14 जनवरी को शाही स्नान, तीसरा मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी को होगा। अंतिम शाही स्नान बसंत पंचमी के दिन 3 फरवरी को होगा। उसके बाद माघी पूर्णिमा 12 फरवरी और महाशिवरात्रि 26 फरवरी के साथ महाकुंभ का समापन होगा। पढ़ें पूरी खबर