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वाराणसी में CBI अफसर बनकर डिजिटल अरेस्टिंग करने वाले दबोचे:रिटायर्ड सब-लेफ्टिनेंट से साइबर ठगों ने पार किए थे 98 लाख, अब तक 11 जा चुके जेल

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वाराणसी में नेवी से रिटायर्ड ऑनरी सब-लेफ्टिनेंट को 22 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखकर 98 लाख की ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। गिरोह के दोनों गुर्गे खातों में आने वाली रकम को ट्रांसफर करके बैंक या एटीएम से कैश करवाते थे। गैंग के 9 साइबर ठगों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। साइबर ठगों के पास मोबाइल, डेबिट कार्ड, सिम कार्ड, लैपटाप, टैबलेट भी बरामद हुए हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने 11,500 रुपये बरामद किए हैं, अब तक 7.63 लाख रुपये बरामद किए जा चुके हैं। इन पुलिस ने आरोपियों के खाते और नेटवर्क का भी पता लगा लिया है और बड़ी धनराशि बरामदगी की कवायद शुरू कर दी है। वहीं आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। सारनाथ थाना क्षेत्र के माधव नगर कालोनी निवासी अनुज कुमार यादव से 4 दिसंबर को साइबर ठगी हुई थी। कॉलर ने फर्जी पुलिस अफसर, कभी जज और कभी जांच अधिकारी बनकर टॉर्चर किया। उन्हें डिजिटल अरेस्ट करके ठगों ने उनसे खाते में 98 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। रिटायर्ड ऑनरी सब-लेफ्टिनेंट का बेटा नेवी में अफसर है और वर्तमान में एक देश की सीमा पर तैनात था। जब कई दिनों तक पिता से बात नहीं हुई, तो वह छुट्‌टी लेकर घर पहुंचा। पिता की हालत देखकर पूछताछ की तो पूरी सच्चाई सामने आई। अनुज की तहरीर पर केस दर्ज किया गया। साइबर क्राइम की टीम ने कार्रवाई करते हुए सभी नंबर ट्रैस किए तो आरोपियों तक पहुंच गए। पूरे नेटवर्क में मिर्जापुर, जौनपुर, चंदौली के आरोपियों का सुराग लगा। इसके बाद नौ साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद उनका नेटवर्क पता चला तो साइबर क्राइम टीम ने छापेमारी करते हुए दो और ठगों को दबोच लिया। प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम विजय नारायण मिश्र ने जौनपुर नेवढ़िया निवासी दिनेश कुमार पुत्र अनिल कुमार और गढ़ासैनी बक्सा निवासी राजेश चौधरी को दबोच लिया। उनके कब्जे से 11 हजार 500 रुपये बरामद किए हैं। गैंग के अबतक 11 ठग दबोचे जा चुके हैं, पुलिस पांच अन्य की तलाश में जुटी है। इन ठगों को जेल भेज चुकी पुलिस अब तक गिरफ्तार आरोपियों में संदीप कुमार निवासी गौशालापुरवा, थाना रामकोटी, जनपद सीतापुर, . अभिषेक जायसवाल निवासी चकिया, जनपद चन्दौली, विकास सिंह पटेल निवासी हातीपुर, चुनार मिर्जापुर, कुनाल सिंह निवासी मगरहा थाना चुनार, मिर्जापुर, संजय यादव निवासी ग्राम लालपुर, जलालपुर, जनपद जौनपुर, हर्ष मिश्रा निवासी ग्राम फूलहा, थाना रामगढ़, चुनार, मिर्जापुर, नितिन सिंह निवासी खानपुर, थाना चुनार, मिर्जापुर, चुनार का मोहम्मद आदिल खान और भेलूपुर का इकबाल खान शामिल हैं। निलंबित दरोगा 2.69 लाख ठगी का शिकार वाराणसी पुलिस लाइन में तैनात निलंबित दरोगा महेश कुमार सिंह के साथ साइबर अपराधियों ने 2.69 लाख की ठगी कर ली। दरोगा को बैंक मैनेजर बनकर एक अपराधी ने फोन किया और फिर KYC के नाम पर उसके खाते रुपये पार कर दिए। कॉलर ने पहले बैंक में आकर केवाईसी कराने के लिए कहा फिर बैंक पहुंचने में असमर्थ होने पर फोन करने वाले ने कहा कि ऑनलाइन केवाईसी हो जाएगी। उसने व्हाट्सएप पर एक फार्म भेजा, जिसमें दरोगा ने डिटेल भरा। इसके बाद 2.50 लाख इंटरनेट बैंकिंग, 19 हजार डेबिट कार्ड के जरिये और 299 रुपये एक मोबाइल के बिल के नाम पर कट गये। प्रकरण में साइबर पुलिस ने केस दर्ज किया है। दरोगा फतेहपुर जिले के बेकवर थाना क्षेत्र के रतनपुर के निवाासी हैं। पिछले दिनों लापरवाही के चलते निलंबन के बाद उन्हें पुलिस लाइन से अटैच किया गया था।

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