शादी कराने का झांसा देकर अविवाहित युवकों से ठगी करने वाली 8 युवतियों को ललितपुर पुलिस ने अरेस्ट किया है। युवतियां मेट्रोमोनियल साइड से डाटा चुराती थी। फिर युवकों को फोन करती थी। उनको फर्जी लड़कियों की फोटो भेजती थी। जब युवक शादी के लिए तैयार हो जाता तो उससे रजिस्ट्रेशन फीस समेत अन्य चार्ज के नाम पर पैसे वसूल लेती थी। पैसा मिलते ही नंबर ब्लॉक कर देते थी। इस तरह से आरोपी युवतियां लगभग 300 युवकों को शिकार बना चुकी थी। ललितपुर साइबर थाना में एक पीड़ित ने शिकायत कर दी। तब पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए झांसी में दबिश देकर 8 युवतियों को अरेस्ट कर लिया। उनसे 20 मोबाइल, एक कम्प्यूटर व हिसाब-किताब के 18 रजिस्टर बरामद किए गए हैं। जबकि ठगी के एक लाख रुपए खातों में फीज कराए गए हैं। 2 तस्वीरें देखिए विस्तार से जानिए पूरा मामला… ज्यादा उम्र के लोग रहते थे टारगेट
ललितपुर एसपी मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि गैंग की मास्टरमाइंड आरती शाक्यावार और विभा यादव है। आरती ने अटल सेवा संस्था के नाम एक फर्जी संस्था बना रखी है। जिसमें वो वर-वधू के रिश्ते कराने का दावा करती थी। इसके लिए झांसी के बीकेडी चौराहे के पास एक मकान में ऑफिस बना रखा था। आरोपी समाज साथी एप से वर-वधू का डेटा चुरा लेते थे और फिर उनको फोन करते थे। इनके टारगेट पर ज्यादा उम्र के युवक ही रहते थे। रूचि लेने वाले युवकों को फर्जी लड़कियों की फोटाे भेजी जाती थी। फोटो देखकर जो युवक शादी के लिए तैयार हो जाते थे, तो फिर ठगी का खेल शुरू हो जाता था। लड़की से मिलाने और शादी कराने के लिए वे रजिस्ट्रेशन फीस समेत अन्य तरह के शुल्क के नाम पर रुपए हड़प लेते थे। इसके बाद नंबर ब्लॉक कर देते थे। फर्जी लड़कियों की फोटो भेजते थे
आरोपी आरती और विभा यादव ने ऑफिस से फोन करने के लिए 6 लड़कियों को सैलरी पर रखा था। वे हर माह उनको 8 से 12 हजार रुपए सैलरी देते थे। इनका काम सिर्फ नंबरों पर फोन लगाना और फोटो भेजने का था। लड़कियों की फोटो भी फर्जी होती थी। ये गैंग अलग-अलग वेबसाइट से ऑनलाइन मौजूद लड़कियों की फोटो डाउनलोड करके लड़कों को फोटो भेजते थे। अब तक वे लगभग 300 लोगों के साथ ठगी कर चुके थे। पेमेंट मंगाने के लिए क्यूआर कोड भेजते थे। सैलेरी बांटने के बाद जो पैसा बचता था वो आरती और विभाग आपस में बांट लेते थे और ऐसो आराम कर अपने शौक पूरे करते थे। पकड़े जाने पर दोनों कहने लगी कि गलत हो गई। माफ कर दीजिए। एक शिकायत पर गैंग तक पहुंची ललितपुर पुलिस
इस गैंग ने मथुरा निवासी एक युवक के साथ भी ठगी कर ली थी। युवक ने शिकायत दी थी कि 9 दिसंबर को अज्ञात महिला ने उसके पास फोन लगाया। बोली कि मैं अटल सेवा संस्थान सिविल लाइन ललितपुर से बोल रही हूं। हमारी संस्था सरकार द्वारा रजिस्टर्ड है, जो शादी कराने का काम करती थी। शादी का झांसा देकर उससे 7500 रुपए की ठगी कर ली। इसके बाद उसके मोबाइल नंबर को ब्लॉक कर दिया।ललितपुर साइबर थाना में केस दर्ज हुआ। इन लोगों को पकड़ गया
साइबर थाना प्रभारी कृष्णदेव यादव, महिला थाना प्रभारी सन्नो देवी ने पुलिस टीम के साथ मंगलवार रात को झांसी के बीकेडी चौराहे के पास एक मकान में दबिश दी। यहां से आरती शाक्यावार (35) पत्नी अरुण , विभा यादव (20), पुत्र राजकुमार, वैशाली देशाई (20) पुत्री अशोक कुमार देशाई, अनामिका राजपूत (19) पुत्री संतोष कुमार राजपूत, नैना देसाई (25) पुत्री अशोक, पलक अहिरवार (19) पुत्री जितेन्द्र अहिरवार, प्रीती (20) पत्नी राजकुमार प्रजापति और संजना झा (21) पुत्री प्रमोद झा को गिरफ्तार कर लिया। —————————- ये भी पढ़ें : संभल में 5वें दिन मिली लालरंग की फर्श और झरोखे: बावड़ी का ASI टीम ने 4 घंटे किया सर्वे, सुरंग में घुसकर की कार्बन डेटिंग संभल में खुदाई के दौरान मिली प्राचीन बावड़ी का ASI ने बुधवार को सर्वे किया। बावड़ी और सुरंग की कार्बन डेटिंग की। इस दौरान टीम को मिट्टी के नीचे लाल रंग के पत्थर की एक फर्श और झरोखों जैसी कलाकृतियां दिखीं। दीवारों कीे दरख्तों दवार के फोटो और वीडियो बनाए। वहीं 5वें दिन भी बावड़ी की खुदाई जारी है। बावड़ी को नुकसान न हो इसलिए अब जेसीबी से खुदाई रुकवा दी गई है। मजदूर ही काम करेंगे। ASI की टीम सुबह 10:15 बजे चंदौसी के लक्ष्मणगंज पहुंची। दोपहर में 1:08 मिनट पर बावड़ी का सर्वे करके लौट गई। टीम ने मोबाइल और कैमरों की फ्लैश लाइट व टॉर्च जलाकर करीब 4 घंटे तक बावड़ी के अंदर बारीकी से जांच-पड़ताल की। इस दौरान बावड़ी के अंदर मिट्टी के नीचे एक पक्की फर्श सामने आई, जो लाल रंग के पत्थर से बनी हुई थी। सर्वे टीम के जाने के बाद फिर खुदाई का काम शुरू हुआ। पढ़िए पूरी खबर…