संस्कृत विश्वविद्यालय में सोमवार को तीन सदस्य UGC (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) की टीम आ रही है। अपने दो दिवसीय दौरे पर टीम यहां आडिट करेगी साथ ही नई संभावनाएं भी तलाश करेगी। इसके अलावा विश्वविद्यालय का एजुकेशनल सिस्टम भी परखेगी। जानकारों की मानें तो विश्वविद्यालय को इस आडिट के बाद बड़ी सौगात मिल सकती है। फिलहाल यूजीसी की टीम के आने की सूचना मिलने के बाद विश्वविद्यालय में देर रात तक काम होता रहा और वीसी और रजिस्ट्रार उसका निरीक्षण कर कमियों को दुरुस्त करवाते रहे। विश्वविद्यालय का आडिट करने आ रही तीन दिवसीय टीम
इस संबंध में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बिहारी लाल शर्मा ने बताया- हमें शासन की तरफ से एक लेटर जारी किया गया है। जिसमें बताया गया है कि 23 और 24 दिसंबर को दो दिवस में आप का आडिट करना है। आडिट के लिए हम तैयार हैं। हमारे सभी विभाग परिपूर्ण है। हमें उम्मीद है कि विश्वविद्यालय को कुछ न कुछ नया मिलेगा। कुलसचिव आईएएस राकेश कुमार ने बताया- 15 दिसंबर को एक लेटर मिला था। जिस लेटर में लिखा गया था हमारे विश्वविद्यालय में यूजीसी की टीम आने वाली हैं। ऐसे में सभी विभागाध्यक्षों को पत्राचार के माध्यम से सूचित कर लिया है। ये तीन सदस्य जांच समिति अस्सेसेबिलिटी आडिट के लिए वाराणसी पहुंचने पर सभी को सूचित किया गया है कि अपने विभागों को दुरस्त रखें। बड़ी सौगात मिलने की उम्मीद
कुलपति ने इस संबंध में बताया की – आडिट के बाद विश्वविद्याय को बड़े रोजगार या डिपार्टमेंट में नया शिक्षा संकाय दे सकते हैं। हमारी तैयारी पूरी है।