अयोध्या में हर ओर श्रीराम के नाम,रूप,लीला और उनके धाम अर्थात अयोध्या की महिमा दिखेगी।यह सब कुछ यहां आने वाले श्रद्धालुओं को श्रीराम चरित मानस और वाल्मीकि रामायण की चौपाईयों और उनसे जुड़े चित्र के रूप में दिखेगा। इन भित्ति चित्रों अर्थात म्यूरल आर्ट को हर ओर उकेरने का काम तेजी से चल रहा है। इतना ही नहीं भगवान राम से जुड़े इन चित्रों की जानकारी भी उसके साथ ही हिंदी के साथ अंग्रेजी में भी अंकित की जा रही है।जिससे अहिंदी भाषी क्षेत्र के देश-विदेश के राम भक्त या टूरिस्ट भी इसे समझ कर अयोध्या की संस्कृति की व्यापकता को समझ और अपना सकें। अयोध्या के पक्काघाट से लेकर राजघाट तक अभी तक न केवल श्रद्धालुओं के बैठने के लिए पिंक सैंड स्टोन के बेंच और भव्य मंडप बनाए जा रहे हैं।बल्कि घाट के चौड़ीकरण के साथ उनके किनारों पर भगवान श्रीराम की महिमा उकेरी जा रही है।इसमें श्रीराम चरित मानस के सभी सात कांड बालकांड,सुंदर कांड,अयोध्या कांड लंका कांड आदि से जुड़ी प्रमुख घटनाओं को उकेरा जा रहा है। इससे पहले अयोध्या के धर्म पथ के दोनों ओर इस आर्ट के जरिए श्रीराम की महिमा उकेरी जा चुकी है। जो कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनी हुई है। राम मंदिर के परकोटे में म्यूरल आर्ट में दिखेगी रामकथा राम मंदिर के परकोटे में कुल मिलाकर के 85 म्यूरल बनाए जाने है। उनकी किस प्रकार से श्रृंखला होगी किस प्रकार से वह स्थापित किए जाएंगे। हर म्यूरल पर वाल्मीकि रामायण का जो संबंधित श्लोक होगा वो होगा हिन्दी और अंग्रेजी में अनुवाद होगा जिसे जो श्रद्धालु वहां पर जाएं उनको जानकारी मिल सके। म्यूरल आर्ट राम की कथा और मर्यादा पुरुषोत्तम का उनका जीवन इन दोनों चीजों को स्पष्ट करेगा। इसकी नाक केवल विवरण श्रृंखला भी तय कर दी गई है की किस क्रम में अब वह स्थापित किए जाएंगे।इसको श्रद्धालुओं को देखने की सुविधा फरवरी के बाद ओपन कर दी जानी है।