अलीगढ़ के सिविल लाइंस थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद एसएसपी संजीव सुमन ने उन पर कार्रवाई की है। हालांकि अभी उनके स्थान पर किसी अन्य इंस्पेक्टर को तैनाती नहीं दी गई है। पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइंस थाना प्रभारी की कई शिकायतें उच्च अधिकारियों के पास पहुंची थी। जिसमें उन पर आरोप लगे थे कि वह थाने में आने वालों से अभद्रता करते हैं और उनका बर्ताव भी ठीक नहीं है। कुछ लोगों ने इस बारे में सीधे एसएसपी से भी शिकायत की थी। फरियादियों से भी अभद्रता की हुई शिकायत निलंबित हुए सिविल लाइंस थाना प्रभारी रितेश कुमार पर यह भी आरोप लगे है कि वह थाने में आने वाले फरियादियों से भी अभद्रता करते थे। उनकी शिकायतों को सुनने के बजाय उन्हें थाने से ही टहला देते थे। जिसके कारण आमजनों पर पुलिस की छवि धूमिल हो रही थी। इन्हीं सारी शिकायतों के बाद ही एसएसपी ने यह कार्रवाई की है, जिससे कि आमजनों में पुलिस के प्रति विश्वास बना रहे। सिविल लाइंस थाना प्रभारी के निलंबन के साथ ही टप्पल, अतरौली और कोतवाली नगर थाने में भी बदलाव किया गया है। सभी को निर्देश मिले हैं कि आमजनों शिकायतों का तत्काल निस्तारण हो। 18 दिन में ट्रांसफर बना चर्चा सिविल लाइंस थाना प्रभारी के निलंबन के साथ ही बीते दिनों टप्पल पहुंचे इंस्पेक्टर रविकांत शर्मा को 18 दिन बाद ही नई तैनाती दे दी गई है। उन्हें टप्पल थाने से हटाकर अतरौली थाने का प्रभारी बनाया गया है। उन्हें बीते 24 नवंबर को ही टप्पल भेजा गया था। इंस्पेक्टर विजयकांत का 18 दिन बाद हुआ यह ट्रांसफर भी चर्चा का विषय है। यह माना जा रहा है कि खैर विधायक सुरेंद्र दिलेर ने उनकी शिकायत की थी। जिसमें कहा गया था कि इंस्पेक्टर प्रोटोकॉल के तहत उनसे मिलने नहीं आए। बार-बार बुलाने के बाद भी वह उन्हें टाल रहे थे। इसके अलावा उनका बर्ताव भी ठीक नहीं था। हालांकि अधिकारियों की माने तो उनका ट्रांसफर सामान्य ही है।