लखनऊ स्थित सी.एस.आई.आर-सीमैप में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘आई.ओ.आर.ए-ए.एम.ए.आर 2025’ का सफल समापन हुआ। सम्मेलन में औषधीय पौधों और उनके रिसर्च पर गहन चर्चा की गई। सी.एस.आई.आर-एन.बी.आर.आई के निदेशक डॉ. अजीत कुमार शासनी ने उद्घाटन करते हुए औषधीय पौधों की आत्मरक्षा क्षमता के बारे में जानकारी दी। थाईलैंड से आए प्रो. नथिसुवन ने हर्बल उत्पादों के पारिस्थितिकी तंत्र और हड़जोड़ व जिम्नेमा पौधों के स्वास्थ्य लाभ पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। जैव विविधता संरक्षण का महत्व समझाया फ्रांस की वैज्ञानिक डॉ. माया कैसरी ने एलो मैक्रा के माध्यम से जैव विविधता संरक्षण का महत्व समझाया। भारथिअर विश्वविद्यालय के डॉ. आर. सतीश कुमार ने साल्विया ऑफिसिनियालिस के मेटाबोलिक इंजीनियरिंग पर शोध प्रस्तुत किया। विजेताओं को सम्मानित किया गया समापन समारोह में पोस्टर प्रतियोगिता और फ्लैश टॉक के विजेताओं को सम्मानित किया गया। आई.ओ.आर.ए के निदेशक डॉ. मोहम्मद रजा संजाबी ने इस आयोजन को शोधकर्ताओं के लिए अनूठा मंच बताया। सीमैप के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी ने कहा कि यह सम्मेलन भविष्य में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देगा। उन्होंने सभी देशों से भविष्य में और अधिक भागीदारी की अपेक्षा जताई।