सऊदी अरब से बहन की शादी करने आए जैनुलआबेदीन की मौत नीलगाय से टकराकर नहीं हुई। घटना से जुड़ा एक CCTV सामने आया है, जिसमें मृतक सुल्तानपुर की ओर से पारा बाजार जाने वाली रोड पर तेजी से जा रहा। दूसरी ओर से आ रहा ई-रिक्शा डिस बैलेंस हुआ। ऐसे में युवक आपा खो बैठा और सीधे ई-रिक्शे से टकराकर गिर पड़ा। जहां उसकी मौत हो गई। बल्दीराय थानाक्षेत्र के मोहम्मदपुर काजी निवासी जैनुलआबेदीन (24) पुत्र जियाउद्दीन मंगलवार शाम गांव के ही रहने वाले सादिक अली के साथ शादी का कॉर्ड बाट कर घर लौट रहा था। हलियापुर-सुल्तानपुर मार्ग पर लक्षमीनगर रसूलपुर के पास पहुंचे ही थे कि पारा बाजार की ओर से ई-रिक्शा वलीपुर की ओर जा रहा था, चालक डिसबैलेंस हुआ। ऐसे में दूसरी ओर से आ रहा जैनुलआबेदीन अपाचे बाइक से काफी स्पीड में आ रहा था। वो आपा खो बैठा और सीधे ई-रिक्शा में जा घुसा। सिर में चोट लगने से गई जान
टक्कर से जैनुलआबेदीन सिर के बल गिरा जबकि उसका साथी दूसरी ओर जा गिरा और ई-रिक्शा खेत में चला गया। इसका सीसीटीवी सामने आया है। तभी अचानक से नीलगाय आ गई। बाइक जैनुलआबेदीन चला रहा था, ऐसे में नीलगाय से टकराकर वो कुछ दूर सड़क पर सिर के बल गिरा।स्थानीय लोग आनन-फानन में उसे लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। डॉक्टर ने जैनुलआबेदीन को ब्रॉड डेड घोषित कर दिया। बहन बोली अब्बू भाई छोड़कर चला गया
परिवार वालों ने शव का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया और अस्पताल से शव घर लेकर गए। शादी वाले घर में देर शाम जब लाश पहुंची तो वहां पर कोहराम बरपा हो गया। बुधवार दोपहर जनाजा तैयार करके जब कब्रिस्तान ले जाया जाने लगा तो मृतक की बहन ने अपने पिता से कहा अब्बू भाई चला गया हमको छोड़कर, जिस पर सबकी आंखे डबडबा उठी। जनाजे की नमाज अदा करने के बाद उसे सुपुर्द खाक किया गया। बताया जा रहा है कि अब तीन दिन बाद सादगी से निकाह के बाद लड़की को विदा किया जाएगा। 15 दिसंबर को आना है बारात
बता दें कि जियाउद्दीन (70) ने दो शादी की थी। पहली पत्नी मायके चली गई थी। दूसरी पत्नी बिलकीस बानो (60) से दो बच्चे हैं। बड़ा लड़का जैनुलआबेदीन (24) और लड़की मुस्कान बानो (21) हैं। जियाउद्दीन खेती-किसानी करते हैं। इकलौता बेटा जैनुल आबेदीन माता-पिता का बुढ़ापे का सहारा था। वो सऊदी अरब में रहकर नौकरी करता था। 18 नवम्बर को वो सऊदी अरब के दूसरे सफर से लौटा। वजह थी बहन की शादी।जैनुलआबेदीन की बहन मुस्कान की 15 दिसम्बर को बारात आना है। ऐसे में वो भाग दौड़ में लगा था। दान दहेज का सामान खरीदारी करने के बाद वो कॉर्ड बाटने में लग गया। लेकिन नियति को तो कुछ और ही मंजूर था।