उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के पीसीएस प्री एग्जाम का आयोजन सोनभद्र में पहली बार दो पालियों में हुआ, जिसमें प्रशासन ने पूरी तरह से व्यवस्थित और शांतिपूर्ण परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए थे। इस परीक्षा में कुल 4224 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिसमें से 1814 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 2414 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। परीक्षा के दौरान प्रशासन ने अभ्यर्थियों को कड़ी सुरक्षा जांच के बाद परीक्षा केंद्रों में प्रवेश दिया। इसके लिए आयरिश स्कैनिंग समेत अन्य कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, किताब, मोबाइल फोन या थैला लेकर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई थी, और सभी ने इस नियम का पालन किया। देखें 9 तस्वीरें… प्रशासन ने परीक्षा को नकलविहीन और शांतिपूर्ण बनाने के लिए हर परीक्षा केंद्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की थी। साथ ही, परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में फोटोस्टेट की दुकानों के संचालन पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया था। दूसरी ओर, सुरक्षा व्यवस्था की जांच के लिए पहुंचे एडिशनल एसपी कालू सिंह ने बताया कि प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर दो कांस्टेबल और दो महिला कांस्टेबल की तैनाती की गई थी। इसके अतिरिक्त, केंद्रों के बाहर ट्रैफिक और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अलग से सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। रोडवेज, रेलवे स्टेशन, चौराहे और भीड़भाड़ वाले इलाकों में छात्रों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने परीक्षा के दिन लगातार केंद्रों का औचक निरीक्षण किया, जिससे केंद्रों पर व्यवस्था और सुरक्षा की स्थिति परखी गई। उन्होंने सभी केंद्रों पर व्यवस्थाओं की सराहना की और बताया कि अभिभावकों ने भी परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया। एक दिलचस्प घटनाक्रम में, पीसीएस परीक्षा देने के लिए देर से पहुंचे एक अभ्यर्थी को अधिकारियों से परीक्षा में बैठने की विनती करते देखा गया, लेकिन नियमों के मुताबिक, समय सीमा पार होने के कारण उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई। यह अभ्यर्थी इलाहाबाद से परीक्षा देने के लिए आया था और गेट बंद हो जाने के बाद उसे वापस लौटना पड़ा।