कानपुर सोना चोरी कांड में फंसे पूर्व रेलबाजार एसओ विजय दर्शन ने आखिर 62 दिन बाद पुलिस लाइन में अपनी आमद कराई। डीसीपी मुख्यालय के सामने पेश हुआ और इसके बाद लाइन में जाकर अपनी आमद कराई। लेकिन जांच कमेटी के सामने अभी पेश नहीं हुआ है। विजय दर्शन को हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद सामने आया है। सस्पेंड होने के बाद कानपुर से गायब था सोना चोरी कांड का आरोपी दरोगा बर्रा 6 में रहने वाली शिक्षिका शालिनी दुबे के घर से 25 लाख के जेवरात चोरी हुए थे। बर्रा पुलिस ने चोरी करने वाले गैंग को पकड़ा और सख्ती से पूछताछ की तब पता चला कि चोरी का सोना तो तत्कालीन रेलबाजार एसओ ने उन्हें पकड़ने के बाद खुद रख लिया था। इसके बाद चोरों को छोड़ दिया था। बर्रा पुलसि ने पकड़ा तो सोनी चोरी कांड का खुलासा हुआ। इस मामले में तत्कालीन रेलबाजार एसओ विजय दर्शन शर्मा समेत पांच पुलिस कर्मियों पर चोर से ज्वैलरी लेकर उसे छोड़ने का आरोप लगा। पुलिस कमिश्नर ने पांचों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। जांच एडीसीपी पूर्वी कर रहे हैं। चार पुलिस कर्मियों ने सामने आकर बयान दिया और आमद कराई। वहीं तत्कालीन रेलबाजार एसओ विजय दर्शन शर्मा मौके से गायब हो गए। अब पूर्व एसओ ने हाईकोर्ट का स्टे मिलने के बाद पुलिस लाइन में गुरुवार को अपनी आमद करा दी है। जल्द ही उसके जांच कमेटी के सामने पेश होने की उम्मीद है। डीसीपी मुख्यालय आरती सिंह ने दरोगा विजय दर्शन के पुलिस लाइन में आमद कराने की पुष्टि की है।