कानपुर में सिविल लाइंस स्थित मैरी एंड मेरीमैन नजूल की बेशकीमती जमीन पर कब्जे के प्रयास के मास्टर माइंड हरेन्द्र मसीह की 11.19 करोड़ की सम्पत्ति जब्त होगी। इसके लिए आदेश दे दिए गए हैं। हरेन्द्र मसीह के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई हो चुकी है। उसी के तहत अब अपराध से अर्जित सम्पत्तियों को सीज किया जाएगा। सिविल लाइंस स्थित नजूल की एक हजार करोड़ रुपये कीमत की जमीन कब्जाने के प्रयास में प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित का नाम सामने आया था। इस मामले में 28 जुलाई 2024 को लेखपाल विपिन कुमार ने नजूल की जमीन पर कब्जेदारी का आरोप लगाते हुए अवनीश दीक्षित समेत 13 लोगों को नामजद व 20 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी मामले में सैमुअल गुरुदेव की ओर से भी 12 लोगों को नामजद करते हुए गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। अवनीश व उसके साथियों के खिलाफ जिलेभर के विभिन्न थानाक्षेत्रों में डेढ़ दर्जन से अधिक रिपोर्ट दर्ज हुई। इसके बाद अवनीश का गैंग पहले इंटर रैंज गैंग के रूप में पंजीकृत किया गया। जिसमें अवनीश को गैंग लीडर बताते हुए 16 पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। इसके बाद गैंग के सदस्यों की संपत्तियां चिंहित कर उसकी फाइल पुलिस कमिश्नर कोर्ट में भेजी गई थी। इसी क्रम में पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार की कोर्ट ने बुधवार को अवनीश के साथी हरेंद्र मसीह की सात करोड़ सात लाख रुपये कीमत की संपत्तियों को कुर्क करने के आदेश दिए हैं। जिसकी बाजारू कीमत 11 करोड़ 19 लाख रुपये लगाई गई है। पुलिस टीम जल्द ही हरेंद्र मसीह की संपत्तियां जब्तीकरण की कार्रवाई करेगी। हरेन्द्र की अवनीश की सम्पत्तियों को जब्त करने के बाद पुलिस बाकी आरोपियों की सम्पत्तियों को चिन्हित करेगी।