गोरखपुर का अशफाक उल्ला खां चिड़ियाघर (zoo) ऐसा प्रदेश का ऐसा पहला चिड़याघर बनने जा रहा है, जहां हाथी राजा नजर आएंगे। 18 करोड़ रुपे की लागत से यहां हाथी का बाड़ा लगभग बनकर तैयार है। अगले 15 से 20 दिन में निर्माण एजेंसी इसे चिड़ियाघर प्रशासन को सौंप देगा। यहां एक जोड़ा हाथी रखने की तैयारी है। एक हाथी को चिह्नित किया जा चुका है। सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथों इस बाड़े का उद्घाटन होने की संभावना है। इसमें खिचड़ी के बाद हाथी को शिफ्ट किए जाने की योजना है। प्रदेश के किसी भी चिड़ियाघर में हाथी को नहीं रखा गया है। लेकिन गोरखपुर में इसकी शुरूआत होने जा रही है। सबसे पहले यहीं के एक हाथी को रखने की योजना है। गंगाराम नाम का यह हाथी फरवरी 2023 में आक्रामक हो गया था। एक यज्ञ के दौरान इस हाथी ने तीन लोगों को मार दिया था। इसमें चार साल का एक बच्चा भी शामिल है। उसी के बाद से हाथी को काबू कर विनोद वन में रखा गया है। हाथी जबसे विनोद वन लाया गया है, वहां लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। गंगाराम इस घटना से पहले भी एक जान ले चुका है। कई सुविधाओं से युक्त होगा बाड़ा
हाथी का बाड़ा कई सुविधाओं से युक्त होगा। यह इतना बड़ा है कि हाथी आराम से इसमें विचरण कर सकेंगे। कृत्रिम तालाब बनाया जा रहा हे, जिसमें हाथी नहा सकेंगे और पानी पी सकेंगे। उनके खाने के लिए बाए जा रहे स्थान को इस रूप में तैयार किया जा रहा है कि गर्मी का असर न हो। चारो ओर लोहे की मजबूत दीवार बनायी जा रही है। इस बाड़े का काम अंतिम चरण में है। दर्शकों को देखने के लिए बनाई जाएगी जगह
चिड़ियाघर में आने वाले लोग हाथी भी देख सकेंगे। इसके लिए जगह बनाई जा रही है। जहां से दर्शक हाथी को देख सकेंगे। बाड़े में पर्याप्त संख्या में पेड़-पौधे भी हैं। यहां रहने वाले हाथी को जंगल सा एहसास होगा। गर्मी से बचाने के लिए विशेष इंतजाम
चिड़ियाघर में गंगा के लिए बन रहे बाड़े में गर्मी से बचाने के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। बाड़े में एक बड़ा टिनशेड लगाया जाएगा, जिसमें इंसुलेटर की परत लगाई जाएगी। यह इंसुलेटर गर्मी को अवशोषित करेगा और हाथी को ठंडक महसूस होगी। गंगाराम पर हर माह खर्च होते हैं 2 लाख रुपये
गंगाराम को खिलाने पर हर महीने 2 लाख रुपये खर्च किए जाते हैं। लंबे समय से इसे विनोद वन में रखा गया है। इसे खिलाने पर ही लाखों रुपये खर्च किए जा चुके हैं। बाड़ा बन जाने के बाद खरमास बीतने पर इसे शिफ्ट किया जाएगा। हाथी का बाड़ा शुरू हो जाने से गोरखपुर का चिड़ियाघर और अधिक दर्शकों को आकर्षित करेगा। हाथी के लिए होंगे हर जरूरी इंतजाम
चिड़ियाघर के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा.योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि हाथी की देखभाल के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। बाड़ा लगभग बनकर तैयार है। 15 से 20 दिन में पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। इसमें तालाब बनाने का काम चल रहा है।