अखिल भारतीय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर चौहान ने रविवार को शामली का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एक निजी मैरिज होम में भव्य सभा का आयोजन किया और अपने संगठन का विस्तार करते हुए कई पदाधिकारियों को पदोन्नत किया। सभा में सनातन धर्म की रक्षा और संगठन के उद्देश्य पर जोर देते हुए शेखर चौहान ने तीखे शब्दों में कहा, “हिंदुस्तान सनातन धर्म का है। जो इससे परहेज रखता है, वह यहां की हवा, पानी, खाना सब छोड़ सकता है।” सनातन धर्म की रक्षा के लिए करणी सेना प्रतिबद्ध
शेखर चौहान ने कहा कि अखिल भारतीय करणी सेना का मुख्य उद्देश्य भारत को मजबूत बनाना और सनातन धर्म को सुरक्षित रखना है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सेना सरकार के हर उस कदम का समर्थन करेगी जो सनातन धर्म की रक्षा के लिए उठाया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनकी सेना ने हर बार हिंदू समाज और सनातन धर्म के हितों की लड़ाई लड़ी है और आगे भी लड़ती रहेगी। शेखर चौहान ने कहा, “जहां-जहां सनातन धर्म का हक है, करणी सेना उसे लेकर रहेगी।” हनुमान जी की मूर्ति का प्रकरण
सभा में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा एक खुदाई में हनुमान जी और अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति मिलने की घटना का भी जिक्र हुआ। उन्होंने बताया कि इस पवित्र मूर्ति को पुलिस और प्रशासन को सौंप दिया गया है। बीजेपी और सनातन धर्म का समर्थन
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि करणी सेना का मकसद केवल सनातन धर्म को मजबूत करना है और इसी उद्देश्य के तहत बीजेपी के साथ मिलकर कार्य किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कुछ लोग समाज में कांटे की तरह कार्य करते हैं, लेकिन संगठन अपने मूल उद्देश्य से नहीं डिगेगा। समाज की बगीचे से तुलना
अपने संबोधन में शेखर चौहान ने समाज को एक बगीचे की तरह बताया, जिसमें कुछ फूल खुशबू फैलाते हैं तो कुछ कांटे चुभने का काम करते हैं। उन्होंने राजपूत समाज और सनातन धर्म के लिए समर्पित होकर काम करने का आह्वान किया।