देश में एक ऐसा गैंग, जो सिर्फ सेलिब्रिटी को किडनैप करता है। इवेंट के बहाने एडवांस पैसा देकर मुंबई से यूपी बुलाता है। फिर किडनैप कर लेता है। इसके बाद रिहाई के बदले पैसा वसूल कर छोड़ देता है। कॉमेडियन सुनील पाल, अभिनेता मुश्ताक खान और अरुण बख्शी जैसे कई सेलिब्रिटी इस गैंग का शिकार हुए। इस गैंग के सदस्य बिजनौर के रहने वाले हैं। सभी के घर 3 किलोमीटर के दायरे में हैं। इस आइडिया की शुरुआत हुई बिजनौर में होने वाले इवेंट्स से। इवेंट मैनेजरों को लगा कि 25 हजार जैसी मामूली टोकन मनी देने से ये सेलिब्रिटी मुंबई से अकेले चले आते हैं। इसलिए इनको किडनैप करके फिरौती वसूलना आसान रहेगा। आखिरकार उनका ये धंधा चल निकला। इस गैंग ने सिर्फ उन्हीं हस्तियों को निशाना बनाया, जो 2000 के दशक में फलक पर रहे हैं। ऐसे कलाकार मामूली टोकन मनी लेकर इवेंट्स में चले जाते हैं। मेरठ और बिजनौर पुलिस इस केस में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। 5 आरोपियों को पकड़ना बाकी है। दैनिक भास्कर ने इस केस को गहराई से जाना। हमारे सामने तीन सवाल थे- चर्चित हस्तियों को किडनैप करने का आइडिया कहां से आया? इस गैंग के अपराधियों का आपस में कॉन्टेक्ट कैसे हुआ? उनका प्रोफाइल क्या है? इससे पहले वे क्या करते थे? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सेलिब्रिटीज को कई बार बिजनौर के कार्यक्रमों में लाए हैं आरोपी, यहीं से मिला आइडिया
फिल्म निर्माता प्रकाश मेहरा, विशाल भारद्वाज, गीतकार अजय झींगरन, गीतकार सलीम बिजनौरी, लेखक अतुल शर्मा बिजनौर के रहने वाले हैं। मुंबई में बिजनौर के 20 से ज्यादा कलाकार विभिन्न फिल्मों, सीरियल में काम कर रहे हैं। इस वजह से यहां फिल्मी कलाकार आते रहते हैं। बिजनौर जिला प्रशासन भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उन्हें आमंत्रित करता रहता है। पहले भी कई बार सुनील पाल बिजनौर आ चुके हैं। इसी दौरान इस गैंग के मुख्य आरोपी लवी उर्फ सुशांत उर्फ हिमांशु की सुनील पाल से नजदीकियां हो गईं। पिछले दिनों मुंबई में सुनील पाल की फिल्म ‘कॉफी विद अलोन’ का प्रमोशन हुआ। तब लवी अपनी पत्नी के साथ वहां पहुंचा था। लवी और उसके साथियों ने कई बार सिने अभिनेताओं को बिजनौर भी बुलाया। यही नहीं, वो खुद कई बार मुंबई से दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी हस्तियों को अपनी गाड़ी में लेकर इवेंट स्थल तक लाया। यहीं से उनके मन में ये ख्याल आया कि सेलिब्रिटी को किडनैप करना काफी आसान है। ये गैंग सिर्फ उन्हीं सेलिब्रिटीज को टारगेट करता था, जो अधिकतम एक लाख रुपए टोकन मनी लेकर बुकिंग कर लेते थे। फिर मुंबई से अकेले ही दिल्ली आते थे। हस्तियों के अकेले होने की वजह से उन्हें किडनैप करना आसान होता था। किडनैपिंग के बाद ये गैंग सिर्फ उतना ही पैसा वसूलता था, जो आसानी से मिल जाए और पीड़ित सेलिब्रिटी किसी को ये बात बता भी न पाए। अब तक कौन-कौन इस गैंग का शिकार बना? 1- राजेश पुरी ने दिल्ली में बड़े लोगों से संबंध बताए तो किडनैपर्स ने छोड़ा 8 सितंबर, 2024 को अभिनेता राजेश पुरी को शिवम नाम के एक व्यक्ति ने पुरस्कार समारोह में आमंत्रित किया। शिवम ने दावा किया कि वह एक इवेंट कंपनी का प्रतिनिधि है। इवेंट में आने के लिए पुरी को 25 हजार टोकन मनी, आने-जाने के हवाई टिकट मिले। इसके बाद वह मुंबई से दिल्ली एयरपोर्ट आ गए। कैब ने उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव किया। 1 घंटे बाद कैब से बदलकर उन्हें दूसरी गाड़ी में बैठाया गया। इवेंट स्थल की बजाय ये कार मेरठ की तरफ चल दी। जब राजेश पुरी को किडनैप होने की बात पता चली, तो उन्होंने अपहरणकर्ताओं को बताया कि उनके दिल्ली में बड़े लोगों से संबंध हैं। इससे अपहरणकर्ता घबरा गए। राजेश पुरी को रास्ते में छोड़ दिया। इसके बाद राजेश पुरी ने अपने साले को बुलाया और मुंबई लौट गए। 2- मुश्ताक खान के पैसों से खरीदा राशन का सामान 15 अक्टूबर, 2024 को इस गैंग के एक व्यक्ति ने राहुल सैनी बनकर अभिनेता मुश्ताक मोहम्मद खान के इवेंट मैनेजर शिवम यादव को कॉल किया। बताया, मेरठ में वरिष्ठ लोगों को सम्मानित करने के लिए इवेंट होना है। टोकन मनी के रूप में 25 हजार रुपए ऑनलाइन भेज दिए गए। इसके बाद 20 नवंबर, 2024 को मुश्ताक अकेले ही मुंबई से दिल्ली आ गए। एयरपोर्ट से कैब में बैठाकर मुश्ताक को किडनैप करके बिजनौर के एक मकान में रखा गया। उनके कार्ड से 2 लाख 20 हजार रुपए की शॉपिंग की गई। 21 नवंबर को मुश्ताक सुबह के वक्त नजर बचाकर वहां से भाग निकले। आरोपियों ने मुश्ताक खान के पैसों से राशन का सामान, मोबाइल, मिक्सर और हीटिंग रॉड खरीदे। 3- सुनील पाल के पैसों से ज्वेलरी खरीदी कॉमेडियन सुनील पाल को 2 दिसंबर, 2024 को हरिद्वार में एक बर्थडे पार्टी के नाम पर मुंबई से बुलाया गया। एयरपोर्ट से उन्हें कार से मेरठ लाकर आंख पर पट्टी बांधकर एक घर में रखा गया। रिहाई के नाम पर बदमाशों ने 8 लाख रुपए लिए। इन पैसों से बदमाशों ने ज्वेलरी खरीदी। इसके बाद रिटर्न फ्लाइट का टिकट कराकर सुनील पाल को मुंबई भेज दिया। 4- अरुण बख्शी से दिल्ली में कराई शॉपिंग इस गैंग ने अभिनेता अरुण बख्शी को इसी साल दीपावली से पहले एक इवेंट के बहाने मुंबई से बुलाया। फिर उनको किडनैप करके दिल्ली में घुमाते रहे। उन्होंने अरुण बख्शी के कार्ड से कुछ शॉपिंग की और फिर उनको जाने दिया। हालांकि, अरुण बख्शी ने इस मामले में पुलिस में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। 5- टोकन मनी ज्यादा होने से बचे शक्ति कपूर गैंग ने कुछ महीने पहले अभिनेता शक्ति कपूर को भी किडनैप करने का प्लान बनाया। एक इवेंट बताकर उनके मैनेजर को कॉल किया। मैनेजर ने 5 लाख रुपए टोकन मनी मांगी। टोकन मनी ज्यादा होने की वजह से इस गैंग ने शक्ति कपूर को बुलाने का प्लान कैंसिल कर दिया। लवी के इस गैंग में उसके दो मौसेरे भाई भी शामिल
बिजनौर के SP सिटी संजीव वाजपेई बताते हैं- इस गैंग में कुल 10 लोग शामिल हैं। इसमें 9 बिजनौर और एक गाजियाबाद का रहने वाला है। कुल 5 लोग पकड़े जा चुके हैं, 5 बाकी हैं। गैंग का सरगना लवी फरार है। वो साल-2016 में चोरी के एक मामले में जेल जा चुका है। उसकी तलाश में कई पुलिस टीमें लगी हैं। ————————— ये खबर भी पढ़ें… कॉमेडियन सुनील पाल को किडनैप करने वाले का एनकाउंटर, मेरठ में दरोगा की पिस्टल छीनकर गाड़ी से कूदा, पुलिस ने पैर में गोली मारी कॉमेडियन सुनील पाल और एक्टर मुश्ताक खान किडनैप मामले में गिरफ्तार अर्जुन कर्णवाल ने रविवार को पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की। मेडिकल चेकअप के लिए ले जाते समय वह दरोगा की पिस्टल छीनकर गाड़ी से कूद गया और पुलिस पर फायरिंग कर दी। क्रॉस फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी। अर्जुन को पुलिस ने शनिवार रात पकड़ा था। उसके पास से किडनैप में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो कार, 2 लाख रुपए और फिरौती में इस्तेमाल किया गया मोबाइल मिला था। पढ़ें पूरी खबर…