‘हमारा काम हॉस्पिटल में गुणवत्ता युक्त और डायटीशियन के डाइट चार्ट के अनुरूप मरीजों को खाना उपलब्ध करवाना है। पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले बीएचयू के ट्रामा सेंटर में हमें यह सेवा करने का मौका मिला है। यहां हम मरीजों को गुणवत्ता युक्त खाना उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध हैं। हमारा लक्ष्य यही है कि गुणवत्ता कहीं से भी कम न हो। हमें रोजाना 350 प्लस थालियां मरीजों को देनी हैं।’ ये कहना है बीएचयू के ट्रामा सेंटर में खुले पेशेंट किचन की कार्यदायी संस्था रेड बीन हॉस्पिटलिटी के बिजनेस पार्टनर अंबरीश राय सिंह का; रेड बीन ने ट्रामा सेंटर में शुक्रवार को पेशेंट किचन का उद्घाटन किया गया। यह उद्घाटन अन्नुपूर्णा मठ मंदिर के महंत शंकरपुरी और डीएम एस राजलिंगम ने किया। इस पेशेंट किचन से मरीजों को दो टाइम खाना, ब्रेकफास्ट और चाय और सूप मिलेगा। किचन की गुणवत्ता और यहां खाने की क्या गुणवत्ता होगी। साथ किस तरह की हाइजीन की व्यवस्था की गयी है। इसपर दैनिक भास्कर ने किचन में पड़ताल की और किचन मैनेजर से बात की, पेश है खास रिपोर्ट… 40 लोगों की टीम बनाएगी पेशेंट किचन में खाना
पेशेंट किचन की कार्यदायी संस्था रेड बीन हॉस्पिटलिटी के बिजनेस पार्टनर अंबरीश राय सिंह ने बताया- हमारा हेड ऑफिस चंडीगढ़ में है। मै यूपी और बिहार को देखता हूं। हम देश में हॉस्पिटल में मरीजों को खाना देने के लिए जाने जाते हैं। वाराणसी के बीएचयू ट्रामा सेंटर में हमारा इनिशेटिव शुरू हुआ है। यह पूर्वांचल का पहला किचन है। हम हर तरीके की हाइजीन का इस्तेमाल करते हुए खाना बनाएंगे। इसके अलावा 40 लोगों की टीम खाना बनाने से लेकर उसे मरीजों तक पहुंचाने के लिए काम करेगी। डायटीशियन के डाइट चार्ट पर मिलेगा 350 लोगों को खाना
अंबरीश ने बताया- यहां रोजाना हम 350 मरीजों को सुबह की चाय, ब्रेकफास्ट, लंच, इवनिंग सूप और डिनर अस्पताल के डायटीशियन के डाइट चार्ट के अनुसार उपलब्ध कराएंगे। इसमें दलिया, खिचड़ी, दाल चावल, और सूप मौजूद रहेगा। हमने पहले ही दिन सुबह ब्रेकफास्ट के साथ लंच कराया है। गुणवत्ता ही प्रमुखता
अंबरीश ने कहा- रेड बीन हॉस्पिटलिटी खाने की गुणवत्ता के लिए ही जाना जाता है। हमारे यहां खाने की गुणवत्ता से कोई कम्प्रोमाइज नहीं किया जाएगा। पहले दिन जो टेस्ट मिला है वही रोजाना मेंटेन रहेगा। दवा की तरह खाना भी जरूरी है
शिवाशीष मिश्रा ने बताया- मेडिसिन के साथ फूड बहुत इम्पोर्टेंट है। जिस तरह से एक मरीज को ठीक करने के लिए दवाइयों की जरूरत होती है। उसी तरह खाना भी जरूरी है। हम मरीजों को हाइजीन और गुणवत्ता वाला खाना ही उपलब्ध करवा रहे हैं। 155 रुपए में 5 टाइम का मील
शिवाशीष ने बताया- मॉर्निंग टी, ब्रेकफास्ट, लंच, इवनिंग सूप और डिनर की कुल कास्ट एक मरीज पर दिन भर में 155 रुपए पड़ती है। हम इसे फ्री ऑफ कास्ट मरीजों को उपलब्ध कराएंगे। उन्हें किसी तरह का पैसा नहीं देना होगा। बीएचयू ट्रामा सेंटर हमें पे करेगा। वहीं उन्होंने कहा मरीज के तीमारदारों को अभी खाना नहीं दिया जा रहा है। जैसे ही ट्रामा सेंटर इसपर कोई आदेश देगा शुरू कर दिया जाएगा।