गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. वाणी आदित्य के सिर पर नेहरू अस्पताल के रैंप के पास स्थित जर्जर छत का प्लास्टर गिर पड़ा। इस गंभीर हादसे में उनका सिर बुरी तरह घायल हो गया, जिसके बाद उन्हें तत्काल चिकित्सा सहायता दी गई। डॉक्टरों ने उनका इलाज कर सिर में आठ टांके लगाए हैं। कैसे हुआ हादसा?
डॉ. वाणी आदित्य गायनी विभाग से लेबर कांप्लेक्स की ओर जा रही थीं। नेहरू अस्पताल के गलियारे के पास स्थित रैंप से गुजरते वक्त छत का जर्जर प्लास्टर अचानक उनके सिर पर गिर गया। प्लास्टर गिरते ही उनका सिर फट गया और खून बहने लगा। गंभीर हालत में वह खून से लथपथ स्थिति में सीधे प्रिंसिपल कार्यालय पहुंचीं और घटना की जानकारी दी। इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही डॉ. वाणी को सर्जरी विभाग ले जाया गया। वहां जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक यादव, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. योगेश पाल, और प्लास्टिक सर्जन डॉ. नीरज नथानी की टीम ने उनकी सर्जरी की। डॉक्टरों ने बताया कि सिर पर गहरे घाव के चलते उन्हें आठ टांके लगाए गए हैं। BRD मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. रामकुमार जायसवाल ने घटना पर दुख जताते हुए कहा, “हादसे की जानकारी मिलते ही तत्काल उपचार सुनिश्चित किया गया। कॉलेज की जर्जर छतों और भवनों की मरम्मत के लिए जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।” सुरक्षा पर उठे सवाल
यह हादसा BRD मेडिकल कॉलेज की इमारतों की जर्जर स्थिति और सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करता है। कर्मचारियों और मरीजों के परिजनों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि कॉलेज परिसर में ऐसी घटनाओं से किसी बड़े हादसे का खतरा बना हुआ है। सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की मांग
प्रिंसिपल ने वादा किया है कि जर्जर भवनों की मरम्मत जल्द कराई जाएगी। हालांकि, कर्मचारियों और छात्रों ने इस घटना के बाद प्रशासन से जल्द कार्रवाई और परिसर में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की मांग की है।