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HMPV पर BHU के वैज्ञानिक का इंटरव्यू:बोले- 5 साल तक के बच्चों को ज्यादा खतरा; फैला तो फिजिकल डिस्टेंसिंग ही सहारा होगी

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HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) कोई नया नहीं है। लेकिन, कोविड-19 के बाद जिस तरह के हालात पैदा हुए उसे लेकर सतर्कता बरतना जरूरी है। ये वायरस आमतौर पर ठंडे मौसम में होता है। भारत में अब तक इसके 8 मामले सामने आ चुके हैं। 5 साल के बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा है, अगर फैला तो फिजिकल डिस्टेंसिंग ही सहारा होगी। ये कहना है BHU के जीन वैज्ञानिक और प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे का। दैनिक भास्कर की टीम ने HMPV वायरस क्या है? कहां से आया है? क्या कोरोना की तरह ये खतरनाक साबित है? ये समझने के लिए वैज्ञानिक प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे से बातचीत की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सवाल : HMPV वायरस क्या है?
जवाब : प्रोफेसर ने बताया- HMPV कोई नया वायरस नहीं है। 1991 में यह सबसे पहले आइसोलेट किया गया था। 2001 में नीदरलैंड में पहली बार इसकी खोज बर्नडेट जी वैन डेन हूगेन ने की थी। इसके दो वैरिएंट हैं। ‘ए’ और ‘बी’ ये दोनों ही वैरिएंट एक समान हैं। किसी को भी बीमार करने के लिए। चीन में ये सबसे पहले पाया गया। लेकिन इसका कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। पांच साल तक के बच्चे इसकी चपेट में आ सकते हैं। हर साल 10 से 12% जो केस फ्लू के सामने आते हैं। वो इसी वायरस के कारण आते हैं। सवाल: यह वायरल किस उम्र के लोगों को ज्यादा प्रभावित करेगा?
जवाब : ये वायरस सबसे ज्यादा 1 से 5 साल और 65 साल के ऊपर के व्यक्ति को बीमार कर सकता है। इसके अलावा यह बीमारी काफी गंभीर नहीं है। इस वायरल के लक्षण सांस से जुड़ी बीमारियों की तरह होते हैं। कुछ मामलों में, खास तौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों में, HMPV ज्यादा गंभीर जटिलताओं को जन्म दे सकता है। जैसे ब्रोंकियोलाइटिस, निमोनिया, सांस लेने में तकलीफ जैसे हालात भी पैदा हो सकते हैं। सवाल : HMPV वायरस कैसे फैलता है?
जवाब : संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने पर सांस की बूंदों के जरिए फैलता है। अगर आप इंफेक्टेड एरिया में जाते हैं और उसके संपर्क में आते हैं, जहां वायरस थोड़े समय के लिए जीवित रह सकता है। तो आप संक्रमित हो सकते हैं। सवाल : नए वायरस का भारत में प्रभाव पड़ेगा?
जवाब : इस वायरस का प्रभाव भारत में नहीं पड़ेगा। क्योंकि 5 साल से कम उम्र के लोगों को यह वायरस प्रभावित कर चुका है। कुछ अपवाद को अगर छोड़ दिया जाए, जैसे किसी व्यक्ति को कोई अन्य बीमारी हो तो उसको दिक्कतें आ सकती हैं। लेकिन, वैसे किसी भी व्यक्ति को कोई परेशानी नहीं होगी। बस लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। सवाल : क्या HMPV ज्यादा खतरनाक है?
जवाब : जो मनुष्य में किसी जानवर से आते हैं, उन्हें जेनेटिक वायरस बोलते हैं। उन वायरस का ह्यूमन पर ज्यादा प्रभाव पड़ता है। कोविड मनुष्य के लिए अननोन वायरस था। जिन लोगों ने बचपन में इस वायरस को नहीं झेला था। उनके लिए काफी समस्या हो गई। यह वायरस काफी लंबे समय से मनुष्य के साथ-साथ चल रहा है। इसलिए इस वायरस से उस तरह की बड़ी समस्या नहीं आने वाली है।

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