नोएडा की लुक्सर जेल में बंद किसानों को बिना शर्त तत्काल प्रभाव से छोड़ा जाए। साथ ही उनकी 10 प्रतिशत लैंड और बढ़ी दर से मुआवजा दिया जाए। ऐसा नहीं करते तो 30 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत ग्रेटरनोएडा के जीरो पाइंट पर होगी। SKM ने इसका ऐलान मुजफ्फरनगर के सिसौली में हुई पंचायत में लिया गया। यहां जो होगा इसकी पूरी जिम्मेदारी भी जिला प्रशासन की होगी। इस महापंचायत में मेरठ मंडल के जिले शामिल होंगे। बता दे SKM ने नोएडा प्रशासन को 22 दिसंबर तक का समय दिया था। इस अल्टीमेटम के बाद नोएडा पुलिस ने 80 किसानों को जमानत पर रिहा कर दिया था। हालांकि अब भी कई किसान नेता जेल में बंद है। जिनको नहीं छोड़ा जा रहा। साथ मांगों को लेकर बातचीत का कोई भी प्लेटफार्म तैयार नहीं हो सका है। हालांकि एक कमेटी गठित की गई थी। लेकिन प्रमुख सचिव अनिल सागर के हटाए जाने के बाद इस समिति की एक भी बैठक अब तक नहीं हो सकी है। सिसौली में ये ऐलान खुद राकेश टिकैट ने किया। किसानों आंदोलन पर चिंता व्यक्त की गई
राकेश टिकैत ने नोएडा में किसान आंदोलन के बाद पैदा हुए हालात पर चिंता व्यक्त की। चौधरी नरेश टिकैत ने गौतमबुद्धनगर के किसानों को सहयोग का भरोसा दिलाया। टिकैत ने कहा कि गौतमबुद्धनगर के किसानों कर मांग पर अब तक कोई एक्शन नहीं लिया गया। किसान नेता जेल में बंद है। अब 30 दिसंबर को ग्रेटरनोएडा के जीरो पाइंट पर महापंचायत की जाएगी। 4 दिसंबर से जेल में बंद हैं किसान
2 दिसंबर को नोएडा एक्सप्रेस वे से दिल्ली कूच के बाद 3 दिसंबर को किसानों को राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद 4 दिसंबर को महापंचायत की गई। जिसमें किसानों को बिना शर्त रिहा किया गया। लेकिन उसी रात किसानों को दोबारा से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद लगातार किसानों की गिरफ्तारी की गई।