बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी रोमांचक मोड़ पर है। भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा टेस्ट के आखिरी दिन बुधवार का दिलचस्प होगा। भारत का फॉलोऑन बचने के लिए बाद ड्रॉ की संभावना ज्यादा है, लेकिन देखने वाली बात ये होगी कि क्या ऑस्ट्रेलिया की टीम जीत के लिए जाने का जोखिम उठाएगी? वहीं बड़ी मुसीबत बनी बारिश के बीच कंगारू टीम की क्या रणनीति होगी?
गाबा टेस्ट के आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया का पहला लक्ष्य भारतीय टीम को जल्द से जल्द आउट करना होगा। जसप्रीत बुमराह और आकाशदीप जितनी देर क्रीज पर रहेंगे उतनी ही उनकी बल्लेबाजी ऑस्ट्रेलिया के लिए मुसीबत बनेंगी। भारतीय टीम ने 74.5 ओवर में 9 विकेट पर 252 रन बना लिए। फॉलोऑन बचने के बाद भारतीय टीम राहत महसूस कर रही होगी। वह ड्रॉ से संतुष्ट होगी।
साथ ही कंगारू टीम कम से कम 2 सत्र भारतीय टीम को ऑलआउट करने के लिए बल्लेबाजी करना चाहेगी। जोश हेजलवुड मैच से बाहर हो गए हैं तो पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क पर भार ज्यादा होगा। ऐसे में कंगारू बल्लेबाजों को तेजी से रन बनाने होंगे। 2 सेशन में 300 का टारगेट दोधारी तलवार साबित हो सकती है। भारतीय टीम हार भी सकती है और जीत भी। साथ ही एक गेंदबाज कम होना ऑस्ट्रेलिया के लिए परेशानी बन सकता है।
भारतीय टीम फिलहाल वेट एंड वॉच वाली परिस्थिति में है। वह अभी कोई रणनीति नहीं बना रही होगी। कप्तान रोहित शर्मा चाहेंगे कि, भारतीय गेंदबाज सटीक लाइन लेंथ पर गेंदबाजी करे। ऑस्ट्रेलिया दूसरी पारी में आसानी से रन न बना सके। बल्लेबाजी आने पर भारतीय टीम अच्छी शुरुआत चाहेगी। मजबूत स्थिति में पहुंचने के बाद लक्ष्य हासिल करने की कोशिश करेगी। खराब शुरुआत होने पर टीम ड्रॉ कराने की कोशिश करेगी।
भारत के लिए WTC का समीकरण
भारतीय टीम के डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने के लिए सबसे आदर्श स्थिति ये है कि वह हार से बचे। एक ड्रॉ और दो मैच जीतकर 60.52 के पीसीटी के साथ वह फाइनल में पहुंच सकता है। ऑस्ट्रेलिया टीम के लिए जीत जरूरी है।