पंजाब में शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में आज 3 घंटे के लिए ट्रेनें रोकी जाएंगी। 48 जगहों पर किसान दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक ट्रैक पर बैठेंगे। अमृतसर, जालंधर और होशियारपुर जिला में सबसे ज्यादा जगहों पर किसान ट्रैक जाम करेंगे। रेल रोको आंदोलन का ऐलान 14 दिसंबर को किसान नेता सरवण पंधेर ने किया था। वहीं खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत को लेकर संयुक्त किसान मोर्चे (SKM) ने आज इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। मीटिंग दोपहर 2 बजे चंडीगढ़ स्थित किसान भवन में होगी। इसमें डल्लेवाल के संघर्ष को समर्थन देने का ऐलान हो सकता है। इसके बाद शाम 7 बजे गवर्नर से मिलने का प्रोग्राम है। हालांकि पहले यह मीटिंग 24 दिसंबर को रखी गई थी, लेकिन किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत को देखते हुए मीटिंग का समय बदला गया है। दूसरी तरफ हाई पावर कमेटी ने किसानों को आज ही पंचकूला में मीटिंग के लिए बुलाया, लेकिन किसानों ने कमेटी को पत्र लिखकर मीटिंग में आने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह केवल केंद्र सरकार से ही मीटिंग करेंगे। डल्लेवाल को साइलेंट अटैक का खतरा बढ़ा
आज डल्लेवाल के मरणव्रत का 23वां दिन है। बिगड़ती सेहत के चलते मंगलवार को वह अपने कमरे से बाहर नहीं आए। डॉक्टरों के मुताबिक डल्लेवाल के लीवर व किडनी पर असर पड़ रहा है। उनकी नजर में भी फर्क पड़ गया। चेहरे का रंग पीला पड़ गया। डॉक्टरों का कहना है कि वह कुछ नहीं खा रहे हैं। इस वजह साइलेंट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा बना हुआ है। जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और सिंगर मिलने पहुंचे
मंगलवार को दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के अलावा पंजाबी सिंगर रेशम अनमोल मिलने पहुंचे। उन्होंने किसान आंदोलन को पूरा सहयोग देने की बात कही है। इससे पहले पटियाला के एसएसपी नानक सिंह व डीसी ने भी उनसे मुलाकात की थी। 16 दिसंबर को निकाला था ट्रैक्टर मार्च
किसान आंदोलन के समर्थन में 16 दिसंबर को हरियाणा में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया था। हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल और अंबाला में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाल प्रदर्शन किया। किसानों ने मिनी सचिवालय पहुंचकर प्रशासन को मांग पत्र भी सौंपा था। हरियाणा पुलिस ने 3 बार दिल्ली जाने से रोके किसान
शंभू बॉर्डर से किसानों ने 6 दिसंबर, 8 दिसंबर और 14 दिसंबर को दिल्ली जाने की कोशिश की, लेकिन हरियाणा पुलिस ने तीनों बार रोक लिए। इस दौरान किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए। वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। कई किसान घायल हुए।