सऊदी अरब समेत कई देशों की चेतावनी के बाद पाकिस्तान ने 4,300 भिखारियों को नो-फ्लाई लिस्ट में डाल दिया है। दरअसल, सितंबर में कई देशों ने पाकिस्तान को धमकी दी थी कि अगर उसने भिखारियों को भेजना बंद नहीं किया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सऊदी हज मंत्रालय ने भी पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय से यही बात कही थी। दरअसल, पाकिस्तान के भिखारी लंबे समय से सऊदी अरब के लिए बड़ी समस्या बने हुए हैं। आर्थिक तंगी और बढ़ती महंगाई के कारण कई पाकिस्तानी उमरा और हज यात्रा के बहाने सऊदी अरब पहुंचते हैं और वहां भीख मांगते हैं। इस कारण मक्का, मदीना और जेद्दा जैसे शहरों की सड़कों पर बड़ी संख्या में पाकिस्तानी भिखारी दिखते हैं। सऊदी अरब में भीख मांगना अपराध
सऊदी अरब में भीख मांगना कानूनी अपराध है। ऐसा करने पर 6 महीने की जेल या 50,000 रियाल तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। पिछले साल सऊदी अधिकारियों ने बताया था कि मक्का की ग्रैंड मस्जिद में गिरफ्तार हुए 90% पिकपॉकेट्स पाकिस्तानी थे। अब भिखारियों को सऊदी भेजने से रोकने के लिए पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने ‘उमराह एक्ट’ लाने करने का फैसला किया है। इसका मकसद उमराह वीजा दिलाने में मदद करने वाली ट्रैवल एजेंसियों को रेग्युलेट करना और उन्हें कानूनी निगरानी के तहत लाना है। अगस्त में कराची एयरपोर्ट पर 11 लोग पकड़े गए थे
इसी साल अगस्त में कराची एयरपोर्ट पर 11 लोगों को पकड़ा गया था। ये सऊदी जा रही एक फ्लाइट में बैठने की तैयारी में थे। पूछताछ में पता चला कि उनका मकसद वहां जाकर भीख मांगना था। इसी तरह अक्टूबर 2023 में लाहौर एयरपोर्ट पर एक फ्लाइट में सवार 16 लोगों को प्लेन से उतारा गया था और गिरफ्तार किया गया था। ये भी वहां भीख मांगने जा रहे थे। पिछले साल भी सऊदी अरब ने की थी शिकायत
पिछले साल सितंबर में ओवरसीज अधिकारियों की मीटिंग में सऊदी अरब ने पाकिस्तान से हज का कोटा देने में सावधानी बरतने को कहा था। सऊदी अधिकारियों ने पाकिस्तान से भिखारियों और जेबकतरों को न भेजने के लिए कहा था। सऊदी अरब ने कहा था कि उनकी जेल ऐसे लोगों से भर चुकी है। तब भी पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस पर रोक लगाने का आश्वासन दिया था। दुनियाभर में गिरफ्तार होने वाले 90% भिखारी पाकिस्तानी मूल के
पाकिस्तानी वेबसाइट डॉन के सितंबर 2023 की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में गिरफ्तार होने वाले भिखारियों में से 90% लोग पाकिस्तानी मूल के होते हैं। इन भिखारियों की बढ़ती संख्या से UAE सरकार भी परेशान है। डॉन की अगस्त की एक रिपोर्ट के मुताबिक UAE उन पाकिस्तानियों को भी वीजा देने से बचता है, जिनके बैंक अकाउंट में पर्याप्त पैसे नहीं हैं। इसी साल मार्च में रमजान महीने में दुबई प्रशासन ने इन भिखारियों के खिलाफ अभियान चलाया था। इस दौरान 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसमें लगभग आधी महिलाएं थीं।