देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। उनके चले जाने से पूरे पंजाब में भी शोक की लहर है, क्योंकि उनका पंजाब और चंडीगढ़ से गहरा नाता रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री का परिवार बंटवारे के समय पाकिस्तान से भारत आया था। उन्होंने अमृतसर से अपनी शुरुआती पढ़ाई की। वहीं, चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में उन्होंने प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दीं। वह साल 1957 से लेकर 1965 तक PU में प्रोफेसर पद पर रहे। इसके अलावा पंजाब सरकार की ओर से बसाए जा रहे न्यू चंडीगढ़ के पहले सरकारी प्रोजेक्ट होमी भाभा कैंसर अस्पताल का उन्होंने ही नींव पत्थर रखा था। डॉ. मनमोहन सिंह के पंजाब से जुड़े 3 PHOTOS… पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी
विनम्र स्वभाव और शालीनता के लिए मशहूर मनमोहन सिंह वर्ष 2019 में आखिरी बार राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुने गए थे। उनकी प्रॉपर्टी की बात करें तो राज्यसभा में दिए गए एफिडेविट के मुताबिक मनमोहन सिंह के पास कुल 15 करोड़ 77 लाख रुपए की संपत्ति है। उनके पास दिल्ली और चंडीगढ़ में एक-एक मकान भी है। उन पर कोई कर्ज नहीं था। उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर के अलावा तीन बेटियां हैं। दोस्त के कहने पर पंजाब को दिया था IISER
मोहाली में स्थापित भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। 2004 में देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे। उस समय उनके दोस्त डॉ. केसर सिंह ने पत्र लिखकर पंजाब में IISER स्थापित करने के लिए कहा था। अपने मित्र के अनुरोध का सम्मान करते हुए डॉ. सिंह ने IISER को पंजाब को इस शर्त पर आवंटित किया कि इसे मोहाली में स्थापित किया जाए क्योंकि हवाई संपर्क है।