वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी मंगलवार को संसद में एक बैग लेकर पहुंचीं, जिस पर बांग्लादेशी हिंदुओं और ईसाइयों साथ खड़े हो लिखा था। एक दिन पहले ही वे फिलिस्तीन को समर्थन करने वाला बैग लेकर पहुंची थीं। जिस पर फिलिस्तीन आजाद होगा लिखा था। इस पर विवाद भी हुआ। प्रियंका ने सवाल उठाने वालों से कहा था- मैं कैसे कपड़े पहनूंगी, इसे कोई और तय नहीं करेगा, बरसों से चल रही रूढ़वादी पितृसत्ता को मैं नहीं मानती, मैं जो चाहूंगी, वही पहनूंगी। फिलिस्तीन का सपोर्ट करने पर पाकिस्तान सरकार में पूर्व मंत्री फवाद हसन चौधरी ने भी उनकी तारीफ में कहा कि हमारे सांसदों में इतनी हिम्मत नहीं। पाकिस्तान की इमरान सरकार में मंत्री रहे फवाद हसन चौधरी ने फिलिस्तीन का सपोर्ट करने पर प्रियंका की तारीफ की है। उन्होंने X पर लिखा- जवाहरलाल नेहरू जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी की पोती से हम और क्या उम्मीद कर सकते हैं? प्रियंका ने अपना कद और ऊंचा कर लिया है, यह शर्मनाक है कि आज तक किसी पाकिस्तानी सांसद ने ऐसी हिम्मत नहीं दिखाई। प्रियंका के दोनों बैग की तस्वीर प्रियंका बोलीं- सरकार बांग्लादेश में हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों पर आवाज उठाए लोकसभा में सोमवार को भी प्रियंका गांधी ने प्रश्नकाल में सवाल किया था। उन्होंने कहा- मैं सबसे पहले जिस मुद्दे पर चर्चा करना चाहती हूं, वह यह है कि इस सरकार को बांग्लादेश में हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए, उनसे बातचीत करनी चाहिए और उनका समर्थन लेना चाहिए। दूसरा मुद्दा यह है कि आज सेना के मुख्यालय से एक तस्वीर उतारी गई है, जिसमें पाकिस्तानी सेना भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर रही है। आज विजय दिवस है। सबसे पहले मैं 1971 के युद्ध में हमारे लिए लड़ने वाले वीर जवानों को नमन करना चाहती हूं। प्रियंका ने कहा- बांग्लादेश में जो कुछ भी हो रहा था, बांग्लादेश के लोगों, हमारे बंगाली भाइयों और बहनों की आवाज कोई नहीं सुन रहा था। उस समय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं, मैं उन्हें नमन करना चाहती हूं। उन्होंने सबसे कठिन परिस्थितियों में साहस दिखाया और ऐसा नेतृत्व दिखाया जिससे देश विजयी हुआ। अगस्त 2024 से बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले जारी
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद से हिंदुओं के खिलाफ धार्मिक हिंसा के मामले लगातार बढ़े हैं। ‘सेंटर फॉर डेमोक्रेसी, प्लुरलिज्म एंड ह्यूमन राइट्स’ (CDPHR) की रिपोर्ट के मुताबिक 5 से 9 अगस्त के बीच ही बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ लूटपाट की 190 घटनाएं सामने आ गई थीं। 32 घरों में आगजनी, 16 मंदिरों में तोड़-फोड़ और यौन हिंसा के 2 मामले सामने आए थे। रिपोर्ट के मुताबिक 20 अगस्त तक हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के कुल 2010 मामले सामने आए। हिंदू परिवारों पर हमले के 157 और मंदिरों के अपमान के 69 मामले शामिल थे। यूनुस सरकार ने इस्कॉन संत चिन्मय कृष्ण दास को राजद्रोह के आरोप में 25 नवंबर को गिरफ्तार किया था। चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के बाद चटगांव में हिंसा फैल गई थी। इस हिंसा में एक वकील की भी मौत हुई थी। 16 दिसंबर को फिलिस्तीन के समर्थन वाला बैग लेकर संसद आई थीं प्रियंका इजराइली पीएम नेतन्याहू को बर्बर कह चुकीं प्रियंका
जून 2024 में प्रियंका ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की आलोचना की थी। तब प्रियंका की टिप्पणी नेतन्याहू के अमेरिकी कांग्रेस को दिए भाषण में गाजा में चल रहे युद्ध का बचाव करने के बाद आई थी। तब उन्होंने कहा था कि गाजा में इजराइल सरकार ने क्रूरतापूर्वक नरसंहार किया है। प्रियंका ने X पर लिखा था- सही सोच रखने वाले हर व्यक्ति और दुनिया की हर सरकार की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे इजराइल सरकार के नरसंहार की निंदा करें और उन्हें रोकने के लिए मजबूर करें। इजराइल-फिलिस्तीन के बीच 1 साल से जंग जारी, 45 हजार से ज्यादा मौतें
गाजा में इजराइल और हमास के बीच 1 साल से भी लंबे समय से जंग चल रही है। अब तक इजराइली हमलों में 45 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इजराइली हमलों में अब तक हमास के दो चीफ इस्माइल हानियेह और याह्या सिनवार मारे जा चुके हैं। इसके बाद से गाजा में हमास के कोई नया नेता घोषित नहीं हुआ है। भारत का फिलिस्तीन को समर्थन
भारत का रुख फिलिस्तीन के पक्ष में रहा है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में उस प्रस्ताव का समर्थन किया, जिसमें 1967 से कब्जाए गए पूर्वी यरुशलम सहित फिलिस्तीनी क्षेत्रों से इजराइल के हटने और पश्चिम एशिया में न्यायपूर्ण एवं स्थायी शांति की अपील की गई। इस प्रस्ताव को सेनेगल की ओर से पेश किया गया था, जिस पर 157 देशों ने सहमति जताई। संसद के शीतकालीन सत्र के जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… लोकसभा में एक देश, एक चुनाव बिल पेश; कांग्रेस बोली- इसे वापस लें, सपा ने कहा- देश में तानाशाही लाने की कोशिश केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा के पटल पर एक देश, एक चुनाव के लिए 129वां संविधान संशोधन बिल पेश किया। मेघवाल ने केंद्र शासित प्रदेशों से जुड़े 3 कानूनों में संशोधन का बिल भी पेश किया। इसमें द गवर्नमेंट ऑफ यूनियन टेरिटरीज एक्ट- 1963, द गवर्नमेंट ऑफ नेशनल कैपिटल टेरिटरी ऑफ दिल्ली- 1991 और द जम्मू एंड कश्मीर रीऑर्गनाइजेशन एक्ट- 2019 शामिल हैं। पूरी खबर पढ़ें… पहले दिन ‘कसावु’ साड़ी पहनकर संसद पहुंची थीं प्रियंका, संविधान की कॉपी लेकर शपथ ली; राहुल बोले- लेट मी टेक योर फोटो वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने 29 नवंबर को लोकसभा में शपथ ली थी। प्रियंका केरल की प्रसिद्ध ‘कसावु’ साड़ी पहनकर पहुंची थीं। संसद में राहुल और सोनिया के साथ प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा भी मौजूद थे। शपथ के बाद प्रियंका ने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे का आशीर्वाद लिया। प्रियंका जब संसद पहुंचीं, तो कांग्रेस नेताओं ने बाहर ही उनका स्वागत किया। सदन में एंट्री से पहले भाई राहुल ने उन्हें रोका और कहा- “स्टॉप, स्टॉप, स्टॉप… लेट मी ऑलसो टेक योर फोटो… (रुको, रुको, रुको… मुझे भी तुम्हारी फोटो लेने दो…)” पढ़ें पूरी खबर… लोकसभा में प्रियंका की पहली स्पीच, राजनाथ सिंह से पूछा- नेहरू को छोड़िए, आपने क्या किया संविधान पर चर्चा के पहले दिन लोकसभा में प्रियंका गांधी ने पहली स्पीच दी। प्रियंका ने 31 मिनट सत्ता पक्ष की तरफ से उठाए गए सवालों का जवाब दिया। प्रियंका ने कहा- रक्षा मंत्री संविधान निर्माताओं में नेहरू जी का नाम नहीं लेते। जहां जरूरत होती है, वहां जरूर लेते हैं। पहले क्या हुआ, उसे अब बताने का क्या मतलब है। अभी सरकार आपकी है, आपने क्या किया, जनता को ये बताइए। पढ़ें पूरी खबर…