महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और NCP अजित पवार गुट के नेता बाबा सिद्दिकी मर्डर केस में पुलिस ने नया खुलासा किया है। मुंबई पुलिस के मुताबिक पंजाब के फाजिल्का से गिरफ्तार आकाशदीप गिल ने मास्टरमाइंड अनमोल बिश्नोई और अन्य साजिशकर्ताओं से बात करने के लिए एक मजदूर के मोबाइल हॉटस्पॉट का इस्तेमाल किया था। 12 अक्टूबर की रात बांद्रा ईस्ट इलाके में बाबा सिद्दिकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे अपने बेटे विधायक जिशान के ऑफिस के बाहर अपनी कार में बैठने जा रहे थे, उसी समय बाइक सवार हमलावारों ने उन पर फायरिंग कर दी थी। इलाज के दौरान देर रात करीब 11:30 बजे उनका निधन हो गया।मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक हमलावारों को हथियार और अन्य सुविधाएं आकाशदीप ने ही मुहैया करवाई थीं। पूछताछ में आकाशदीप ने बताया कि उसने पुलिस से बचने के लिए एक मजदूर का मोबाइल ऑन करवाया और अनमोल समेत अन्य लोगों से बातचीत की थी। मर्डर से जुड़ी 4 बातें… पुलिस जांच में सामने आईं चार जानकारियां… 1. हरीश के जरिए पहुंचाए गए थे रुपए
चौथा आरोपी हरीश बालकराम 15 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था। यह बिचौलिया था। आरोपी प्रवीण और शुभम लोनकर ने शूटर गुरमैल सिंह और धर्मराज कश्यप को 2 लाख रुपए दिए थे। यह पैसे हरीश के जरिए पहुंचाए गए थे। हरीश, प्रवीण और शुभम का चचेरा भाई है। पैसों के साथ शूटरों को दो मोबाइल फोन भी मुहैया कराए गए थे, हरीश पिछले 9 सालों से पुणे में रह रहा था। 2. बाबा की फोटो देकर बताया गया- यही टारगेट है
आरोपी चैटिंग के लिए स्नैपचैट ऐप और कॉल करने के लिए इंस्टाग्राम का इस्तेमाल करते थे। बाबा सिद्दीकी को पहचानने के लिए आरोपियों को बाबा की फोटो दी गई और बताया गया कि यही टारगेट है। घटना से 25 दिन पहले घर और ऑफिस की रेकी भी की गई थी। 3. सलमान के घर फायरिंग केस में पकड़ा गया था आरोपी शुभम
सिद्दीकी के मर्डर की जिम्मेदारी लेने वाले शुभम (शुब्बु) लोनकर से एक्टर सलमाल खान के मामले में भी पूछताछ हुई थी। अप्रैल 2024 में सलमान खान के घर पर गोलियां चलाई गई थीं। इस मामले में पुलिस शुभम लोनकर को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। हालांकि, पुलिस को उसे छोड़ना पड़ा था, क्योंकि उसके खिलाफ सबूत नहीं मिले थे। 4. शुभम की फैमिली क्रिमिनल, पिता और दादा से पूरा गांव डरता था
शुभम के गांव में पड़ोसी ने दैनिक भास्कर को बताया, ‘उसके पिता को शराब की लत थी। इसी लत की वजह से उनकी जमीनें बिक गईं। इसके बाद परिवार मजदूरी करने लगा। पैसे की तंगी हुई, तो शुभम और उसका भाई प्रवीण 6-7 साल पहले पुणे शिफ्ट हो गए थे। दोनों वहां डेयरी चलाते थे।’ ‘दोनों भाई कभी-कभार गांव आया करते थे। आखिरी बार शुभम जून में आया था। शुभम सिर्फ 10वीं तक पढ़ा है। प्रवीण ने भी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। शुभम के पिता पहले गांव में मजदूरी करते थे। वे पुणे से महंगी बाइक और कार से गांव आने लगे।’ पूरी खबर पढ़ें… बाबा सिद्दीकी: बांद्रा से पॉलिटिक्स शुरू की; 3 बार विधायक, 1 बार मंत्री रहे
3 बार के विधायक रहे बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र में कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे हैं। फरवरी, 2024 में वे अजित गुट की NCP में शामिल हुए थे। बाबा के बेटे जीशान सिद्दीकी बांद्रा ईस्ट से कांग्रेस विधायक हैं। कभी सुनील दत्त के बेहद करीब रहे बाबा ने 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र के खाद्य मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाली थी। रमजान में उनकी इफ्तार पार्टीज मशहूर हैं। इनमें बॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी पहुंचते हैं। बाबा सिद्दीकी रियल एस्टेट बिजनेस से भी जुड़े थे। उनके पास मुंबई के दो स्लम के डेवलपमेंट का कॉन्ट्रैक्ट था। उनके बेटे जीशान के नाम पर भी कुछ रियल एस्टेट कंपनी, रेस्टोरेंट और प्रॉपर्टीज हैं।