गुजरात के भुज तालुका के कंढेराई गांव में सोमवार सुबह 540 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 18 वर्षीय इंदिरा को आखिरकार मंगलवार को बाहर तो निकाल लिया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। 500 फीट की गहराई में फंसी थी
श्रमिक परिवार की बेटी इंदिरा सोमवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे बोरवेल में गिर गई थी। शुरूआत में वह 30 फीट की गहराई में फंसी थी। इसके चलते उसके बचाव-बचाव की आवाज खेत में काम कर रहे माता-पिता ने सुन ली थी। सूचना मिलते ही फायर समेत टीमें मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया। हालांकि, डेढ़-दो घंटे बाद बोरवेल से इंदिरा का आवाज आनी बंद हो गई थी। वहीं, रेस्क्यू के दौरान वह 30 फीट से फिसलकर 500 फीट की गहराई में जाकर फंस गई थी। खास कैमरे बोरवेल में उतारे
तहसील मामलतदार ने बताया कि भुज से 25 किमी दूर गांव में श्रमिक परिवार की इंदिरा सुबह बोरवेल में गिर गई। उसे बचाने को पाइपलाइन से ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा थी। फायर टीम ने खास कैमरे बोरवेल में उतारे थे। कैमरे में लड़की करीब 500 फीट की दूरी पर फंसी दिख रही थी। वहीं, भुज डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि बोरवेल 12 इंच व्यास यानी 1 फुट चौड़ा है। राजस्थान का रहने वाला है परिवार
राजस्थान के प्रतापगढ़ की 22 की इंद्रा मीणा तलाई पाल, ग्राम पंचायत पाल (देवगढ़ थाना क्षेत्र) की मूल निवासी है। उसके माता-पिता खेतिहर मजदूर हैं और हर साल खेतों में मजदूरी करने परिवार गुजरात जाता है। इस बार भी भाई-बहन के साथ इंद्रा गुजरात के कंढेराई गांव आई थी।