पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन के 7 दिन बाद उनके घर पर अखंड पाठ और भोग कार्यक्रम रखा गया। इसमें कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए। सोनिया और खड़गे ने मनमोहन सिंह के घर पहुंचकर सबसे पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी। फिर परिवार से मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस के अन्य बड़े नेता भी मौजूद थे। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात निधन हो गया था। वे 92 साल के थे। वे लंबे समय से बीमार थे। घर पर बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे दिल्ली AIIMS लाया गया था। हॉस्पिटल बुलेटिन के मुताबिक, रात 9:51 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। इसके बाद 28 दिसंबर को निगमबोध घाट पर उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मनमोहन सिंह की याद में अखंड पाठ, 3 तस्वीरें… सोनिया ने कहा था- हमने ऐसे नेता को खोया है, जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता के प्रतीक थे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संदेश जारी किया था। उन्होंने लिखा कि हमने एक ऐसे नेता को खो दिया है जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता के प्रतीक थे, जिन्होंने पूरे दिल और दिमाग से हमारे देश की सेवा की। उनकी दूरदर्शिता ने लाखों भारतीयों का जीवन बदल दिया और उन्हें सशक्त बनाया। सोनिया ने लिखा कि मेरे लिए डॉ. मनमोहन सिंह का निधन एक गहरी व्यक्तिगत क्षति है। वे मेरे मित्र और मार्गदर्शक थे। उनका व्यवहार बहुत ही सौम्य था, लेकिन अपने विश्वासों के प्रति वे बहुत दृढ़ थे। वे एक ऐसा शून्य छोड़ गए जिसे कभी नहीं भरा जा सकता। कांग्रेस पार्टी और भारत के लोग हमेशा गर्व और आभारी रहेंगे कि हमारे पास डॉ. मनमोहन सिंह जैसे नेता थे जिनका भारत की प्रगति और विकास में अतुलनीय योगदान है। मनमोहन सिंह से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… 1. आज का एक्सप्लेनर: जब लड़की के ख्यालों में पढ़ाई भूले मनमोहन, शादी की कोई तस्वीर नहीं; फिश के लिए शाकाहार छोड़ने को तैयार थे 2. लंबे बालों से शर्माकर ठंडे पानी से नहाते थे मनमोहन:मारुति 800 को अपनी कार कहते थे, स्पीच की स्क्रिप्ट उर्दू में लिखवाते थे 3. VIDEO में डॉ. सिंह के 9 किस्से:कहा था- बंटवारे से बेघर हुए बच्चे को इस देश ने PM बनाया, ये कर्ज अदा नहीं कर पाऊंगा 4. PM आवास में भी मारुति 800 रखते थे मनमोहन सिंह:भाषण की स्क्रिप्ट उर्दू में लिखवाते थे; सिख दंगों पर संसद में माफी मांगी थी 5. उर्दू में लिखा जाता था मनमोहन सिंह का भाषण: पहले स्पीच की तैयारी में तीन दिन लगे, टेलीप्रॉम्प्टर के सामने करते थे प्रैक्टिस 6. मनमोहन बतौर वित्त मंत्री देश में उदारीकरण लाए:नरसिम्हा राव ने कहा था- सफल हुए तो श्रेय हम दोनों को, नाकाम हुए तो आप जिम्मेदार 7. मनमोहन सिंह ने टीचर्स के कहने पर इकोनॉमिक्स चुनी: अमृतसर हिंदू कॉलेज लेता था आधी फीस, क्लासमेट बोले-कम शब्दों में अपनी बात बोल जाते थे 8. पूर्व PM मनमोहन सिंह को अमेरिकी विदेशमंत्री ने श्रद्धांजलि दी:NYT ने कहा- मृदुभाषी और बुद्धिजीवी का निधन, BBC ने आर्थिक सुधारों का प्रणेता कहा