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महाकुंभ में फिर आग लगी, 22 पंडाल जले:भीड़ को हटाया, बैरिकेडिंग कर 40 मिनट में बुझाई; 20 दिन में तीसरी घटना

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महाकुंभ मेला क्षेत्र में शुक्रवार को फिर आग लग गई। इसमें 20-22 पंडाल जल गए। आग इतनी तेज थी कि जब तक दमकल पहुंची, तब तक पूरा पंडाल जल गया। हादसा सेक्टर-18 स्थित शंकराचार्य मार्ग पर हुआ। यहां संत हरिहरानंद का पंडाल बना है। सुबह करीब 11 बजे अचानक यहां आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगने के बाद सिलेंडर फटने जैसे धमाके हुए। मौके पर पहुंचे फायर फाइटर्स ने मोर्चा संभाला। अनाउंस करके भीड़ को हटाया। चारों तरफ बैरिकेडिंग की। करीब 40 मिनट में आग पर काबू पाया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। अभी तक आग लगने की वजह क्लियर नहीं है। महाकुंभ में 20 दिन में आग लगने की यह तीसरी घटना है। इससे पहले सेक्टर- 22 और सेक्टर 19 में आग लग चुकी है। आग लगने की 3 तस्वीरें देखिए- हम लोगों ने भागकर जान बचाई- प्रत्यक्षदर्शी
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- आग लगने के बाद अफरातफरी मच गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप ले लिया। धुएं के गुबार उठने लगे। यह देखकर हम लोग डर गए। हम लोगों ने भागकर जान बचाई। कई पंडाल जल कर राख हो गए हैं। आग लगने के कारण की जांच की जा रही- SP सिटी SP सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया- पंडाल में पर्दे लगे हुए थे। इस वजह से आग तेजी से फैली। आग लगने के कारण अभी स्पष्ट नहीं है। इसकी जांच की जा रही है। आग पर काबू पा लिया गया है। अब कूलिंग का काम किया जा रहा है। 8 दिन पहले सेक्टर- 22 में लगी थी आग 30 जनवरी को सेक्टर- 22 में आग लगी थी। इसमें कई पंडाल जल गए थे। फायर ब्रिगेड टीम ने 20 मिनट में आग पर काबू पाया था। 19 जनवरी को भी लगी थी आग, 180 कॉटेज जले थे 19 जनवरी को शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में ये आग लगी थी। गीता प्रेस के 180 कॉटेज आग में जल गए थे। महाकुंभ प्रशासन के अनुसार, गीता प्रेस की रसोई में छोटे सिलेंडर से चाय बनाते समय गैस लीक होने के कारण आग लगी थी। आग लगने से रसोई में रखे 2 गैस सिलेंडर ब्लास्ट हुए थे। हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई थी। पढ़ें पूरी खबर फायर ऑपरेशन के लिए तैनात है AWT, 50 फायर फाइटिंग पोस्ट
महाकुंभ नगरी में फायर ऑपरेशंस के लिए एडवांस्ड फीचर वाले 4 आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर (LWT) तैनात की गई हैं। इनमें वीडियो-थर्मल इमेजिनिंग जैसा एडवांस सिस्टम है। इसका इस्तेमाल बहुमंजिली और ऊंचाई वाले टेंट की आग बुझाने के लिए किया जाता है। LWT 35 मीटर की ऊंचाई तक आग बुझा सकती है। महाकुंभ मेला क्षेत्र को फायर फ्री बनाने के लिए यहां 350 से ज्यादा फायर ब्रिगेड, 2000 से ज्यादा ट्रेंड मैनपावर, 50 अग्निशमन केंद्र और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं। अखाड़ों और टेंट में फायर प्रोटेक्शन इक्विपमेंट लगाए गए हैं। ——————- महाकुंभ से जुड़ी हुई ये खबर भी पढ़ें- महाकुंभ भगदड़ में अब तक 30 की मौत:बैरिकेडिंग टूटने से हादसा, 60 घायल; मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख मुआवजा प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर भगदड़ में 35 से 40 लोगों की मौत के बाद सरकार एक्शन में है। रात को CM योगी ने टॉप अफसरों के साथ हाई लेवल की मीटिंग की। फिर महाकुंभ में अनुभवी ऑफिसर्स की ड्यूटी लगाई गई है। IAS आशीष गोयल और भानु चंद्र गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है। पूरी खबर पढ़ें…

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